आज के वक्त में अगर हम किसी भी जरूरी सामान को खरीदने के लिए बाजार नहीं जा पाते, तो हम घर पर बैठे-बैठे मोबाइल लेकर ही ऑर्डर कर देते हैं। वहीं अगर आप को कुछ खाने का मन कर रहा है तो आप ऑनलाइन ऑर्डर कर भी खा सकते है। ये संभव हुआ है बीते दो दशकों में दुनिया में हुए विकास से।
इस डिजिटल इरा में इंटरनेट का प्रयोग करके आप किसी भी चीज को अब ऑनलाइन ले सकते हैं या उसे बुक कर सकते हैं। कोरोना तक में डिजिटल हुए भारतीयों ने तमाम ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठाया है।
सोचने की बात तो यह है की इतने बड़े इंटरनेट बाजार को हम सब तक पहुंचाया कैसे जाता है ? जिसका जबाव है डिजिटल मार्केटिंग। जहां पहले लोगों को अपनी दुकान के सामानों को बेचने के लिए पोस्टर, टेम्प्लेट, विज्ञापन के माध्यम से एडवरटाइजिंग करनी पड़ती थी वहीं अब सब कुछ डिजिटल मार्केटिंग से चल रहा है। आजकल ऑनलाइन टिकटिंग, शॉपिंग, रिचार्ज, बिल भुगतान, आदि सभी काम ऑनलाइन हो रहे हैं। आज कल कोई भी प्रोडक्ट के बारे में जब कोई गूगल पर सर्च करो तो यहां डिजिटल मार्केटिंग महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम व्यापारी अपनी पहचान लाखों लोगों तक बढ़ा सकता है।
डिजिटल मार्केटिंग के लाभ:
- हर वर्ष के लोगों तक इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब जैसी साइट्स के जरिए सहज पहुंच
- मार्केटिंग लागत का घट जाना
- डिजिटल मार्केटिंग कैम्पेन हर एक को जल्द समझ में आ जाते हैं
- विभिन्न उम्र वर्गों को इसमें प्रभावी तरीके से टारगेट कर सकते हैं
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स के बाद करिअऱ:
- डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर
- एसईओ मैनेजर
- एसईएम पीपीसी एक्सपर्ट
- वेब डेवलपर-डिजाइनर
- सोशल मीडिया मैनेजर
- कंटेंट मार्केटर
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