
देश में तकरीबन सभी के द्वारा डोमिनोज का पिज़्ज़ा खाया जाता है। साथ ही बहुत से लोग इसके शौक़ीन भी है जो स्वाद के लिए खासकर डोमिनोज से ही पिज़्ज़ा मंगवाकर खाते है। लेकिन अगर आपको बताया जाए कि डोमिनोज पिज़्ज़ा कि जो सॉस और रिफाइंड कि क्वालिटी खराब है तो आपका उस पर क्या रिएक्शन होगा ?
बता दें कि डोमिनोज जैसी नामचीन कंपनी के पिज्जा में इस्तेमाल होने वाली सॉस और रिफाइंड के नमूने जांच में स्टैण्डर्ड के उलटे पाए गए हैं। यह एक जांच से पता चला जहां दिल्ली रोड स्थित डोमिनोज रेस्टोरेंट का खाद्य सुरक्षा विभाग ने 2019 में सॉस के नमूना लेकर प्रयोगशाला भेजा था। इसके बाद टीम ने वर्ष 2020 में रिफाइंड का नमूना लिया था। जिसके चलते बहुत सी कमिया पायी गयी जहां रिफाइंड के पैकेजिंग लेवल में कमी पाई गई और इसके अलावा सॉस की क्वालिटी स्टैण्डर्ड के विपरीत पाई गई। इसके चलते रिपोर्ट्स से खुलासा हुआ है और ADM कोर्ट द्वारा पिज्जा कंपनी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
पिज्जा की रोज होती है इतनी बिक्री
देश के मशहूर पिज़ा ब्रांड डोमिनोज के रेस्टोरेंट में प्रतिदिन करीब 250 से 300 पिज्जा की बिक्री होती है और साथ ही पिज्जा के अलावा भी अन्य फास्टफूड की बिक्री की जाती है। इन सभी खाने के सामान में वहीं रिफाइंड और सॉस का इस्तेमाल किया जा रहा था और लोगों को दिया जा रहा था।
विक्टोरिया फूड्स
साथ ही आपको यह भी बता दें कि दिल्ली की नामचीन कंपनी विक्टोरिया फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की अरहर दाल के दो नमूने खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने वर्ष 2020 के अक्तूबर महीने के लिए गए थे जहां जांच रिपोर्ट में पता चला कि दाल में नमी स्टैण्डर्ड से अधिक पाई गई। इसके अलावा दाल के दाने बड़ी संख्या में खराब थे जिसके लिए ADM कोर्ट ने 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
इतना हुआ जुर्माना
कंपनी | खाद्य वस्तु | जुर्माना |
डोमिनोज पिज्जा | रिफाइंड ऑयल | 2.50 लाख |
डोमिनोज पिज्जा | पिज्जा सॉस | 2.50 लाख |
विक्टोरिया फूड्स | अरहर दाल | 5 लाख |
विक्टोरिया फूड्स | अरहर दाल | 5 लाख |
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