
ज्यादातर लोगों ने अपनी जिंदगी में एक बार तो ट्रेन में सफर किया ही होगा। आप ये भी जानते ही होंगे कि रेलों में जनरल, स्लीपर और एसी कोच होते हैं, जिनका किराया उनकी सुविधाओं के हिसाब से होता है।
इनमें सबसे ज्यादा मंहगा किराया एसी- फर्स्ट क्लास कोच का माना जाता है। कई बार इस कोच का किराया हवाई जहाज के किराए के बराबर होता है।
अब ऐसे में अगर हम कहे कि भारत में एक ऐसी ट्रेन भी चलती है, जिसका किराया सैकड़ों- हजारों रूपये में नहीं बल्कि लाखों रूपये में है। आइए उसी ट्रेन की बार में आपकों बताते हैं।
पूरे एशिया की सबसे महंगी ट्रेन का नाम महाराजा एक्सप्रेस है। ये ट्रेन लग्जरी सुविधाओं से लैस है आपकों बता दे कि इस ट्रेन में बैठकर आप 8 दिनों के सफर में पर्यटकों को ताजमहल, खुजराहो मंदिर, रणथंभौर, फतेहपुर सीकरी और वाराणसी के स्नान घाटो समेत देश के कई खास प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर करवाती है।
इसके सबसे सस्ते डीलक्स केबिन के किराए की शुरूआत 800 डॉलर से होती है। वहीं प्रेसिडेंशियल सुइट की सबसे महंगी टिकट 2,500 डॉलर यानी करीब 19 लाख रूपये में मिलता है। इसका मतलब है कि इस ट्रेन की कीमत 5 लाख से 20 लाख रूपये तक होती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि एशिया की सबसे महंगी ट्रेन का संचालन कौन करता है। तो आपकों बता दे कि इसका संचालन इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) करता है।
इस ट्रेन के प्रेसिडेंशियल सुइट में खाने के साथ शॉवर वाला बाथरूम और दो मास्टर बेडरूम शामिल हैं। इस ट्रेन में जो भी टिकट बुक करवाएगा उसे राजा- महाराजा जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
इन सबके अलावा इस ट्रेन के हर कोच में मिनी बार, लाइव टीवी, एयर कंडिशनिंग, बड़ी- बड़ी खिड़कियां जैसी कई सुविधाएं दी जाती हैं।जानकारी के अनुसार, ये ट्रेन अभी देश के चार अलग अलग रूटों पर चलाई जाती है।
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