चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामले देख सरकार सर्तक हो गई है. तेजी से बढ़ते हुए मामलों पर डॉक्टर भी हैरान रह गए हैं. चीन के अलावा, कोरोना के इस नए वेरिएंट का जापान और अमेरिका में भी प्रभाव दिखना शुरू हो गया है. जिसको देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक एडवाइजरी भी जारी कि है. बता दे, सरकार ने भी अब लापरवाही को छोड़ एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. विमानन मंत्रालय की और से इंटरनेशनल फ्लाइट से आने-जाने वाले कुछ यात्रियों का 24 दिसंबर से रैंडम कोरोना वायरस टेस्ट करने का निर्णय लिया गया है.
दुनिया के हर देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है और जिसके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नगर विमानन मंत्रालय को इससे संबंधित एक पत्र भी लिखा है. और उस पत्र में यह कहा गया, ‘प्रत्येक उड़ान में सर्फ यात्रियों के 2 प्रतिशत तक को आने के बाद हवाई अड्डे पर रैंडम टेस्ट से निकलना होगा.’ और इस टेस्ट के बाद अगर कोई कोविड संक्रमित मिलता है, तो सैंपल को जीनोमिक परीक्षण के लिए भेजा जाना चाहिए.
सैंपल देने के बाद हवाई अड्डे से जा सकेंगे:
अन्य देशों से आने-जाने वाली हर फ्लाइट में ऐसे यात्रियों का चयन संबंधित एयरलाइंस की और से किया जाएगा. रैंडम परीक्षण के लिए सैंपल देने के बाद ही यात्रियों ही आगे जाने दिया जाएगा. आने वाले वक्त में चीन के हालात और खराब भी हो सकते हैं. हर दिन कम से कम 10 लाख लोगों के संक्रमित होने और एक दिन में मौत का आंकड़ा 5 हजार तक चला गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की और से गुरुवार को दिए गए अपडेट के मुताबिक, देश में 185 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक्टिव केस कम होकर 3,402 रह गए हैं.
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