बिजनेसमैन को किडनैप करने की कोशिश नाकाम: मांगने वाले थे 2 करोड़ की फिरौती
फिल्मी स्टाईल में पुलिसकर्मियों ने चेज कर खेत मे पहुंचाया

गाड़ी छोड़कर अंधेरे में भागे, तो उसी गाड़ी ने खोली पोल
बिजनेसमैन के पुराने ड्राइवर सहित 4 गिरफ्तार
एक बिजनेसमैन को किडनैप करके 2 करोड़ की फिरौती मांगने की प्लानिंग को मुंडका थाने की पुलिस टीम ने फिल्मी स्टाइल में विफल करते हुए 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनमें सुमित दलाल उर्फ सीटू, विजय उर्फ मोनू, अमित आदि शामिल हैं। यह सभी हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं। इनके पास से कंट्री मेड पिस्टल, कई जिंदा कारतूस, टॉय पिस्टल और वारदात में इस्तेमाल गाड़ी बरामद किया गया है।
इस मामले की पुष्टि करते हुए डीसीपी परविंदर सिंह ने बताया कि मुख्य मास्टरमाइंड सुमित दलाल, पहले पीड़ित बिजनेसमैन के यहां ड्राइवर का काम करता था, 2 साल से। वह पीड़ित की पत्नी की गाड़ी को चलाता था। इसी को लेकर उसे पीड़ित बिजनेसमैन के बारे में बहुत सारी जानकारी मिल गई थी। पिछले कुछ समय से वह बेरोजगार चल रहा था और फाइनेंसियल क्राइसिस से भी गुजर रहा था।
फिर उसने अपने दोस्त के साथ यह जानकारी शेयर की और कहा कि अगर वह बिजनेसमैन का किडनैप कर लेता है, दो करोड़ की फिरौती की डिमांड की जा सकती है। तो उनहें भी मोटी रकम मिल सकती है। इसमें अपने उसने तीन और दोस्तों को मिलाया सभी हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं।
पुलिस के अनुसार इन्होंने 23 जून की देर रात प्लानिंग को कंप्लीट करने के लिए 4 साथी के साथ मुंडका इलाके के पास पहुंचे थे। उसी दौरान उन्होंने बिजनेसमैन की गाड़ी का पीछा करके टक्कर मार दी। रोड रेज का बहाना बनाकर उसके गाड़ी की चाबी छीन लिया और उसका मोबाइल फोन भी। जबरदस्ती बिजनेसमैन को गाड़ी में धकेलकर किडनैप करने की कोशिश करने लगे। शोर मच गया, लोग भी इकट्ठा होने लगे। इसी बीच नाइट पेट्रोलिंग टीम पहुंच गई, तो सभी गाड़ी लेकर भागने लगे। पुलिस ने चेज करना शुरू किया। तो उन्होंने गाड़ी खेत से होकर भगाने की कोशिश की। गाड़ी खेत मे फंस गई, तो गाड़ी छोड़कर पैदल भाग गए। लेकिन जो गाड़ी पुलिस को मिली उसी गाड़ी की जांच से एसएचओ गुलशन नागपाल, हेडकांस्टेबल सुनील, कांस्टेबल पवन, कृष्ण और संजय की टीम ने एक एक करके चारों को गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस के अनुसार सुमित पर बहादुरगढ़ के सदर थाना में पहले से दो मामले चल रहे हैं। जबकि विजय पर पुराने किसी भी मामले की जानकारी नहीं है। अमित पहले एक होटल में काम करता था और फिलहाल बेरोजगार था। जबकि सुमित दहिया भी अभी कोई काम नहीं कर रहा था।