आजकल हमें कोई भी जानकारी प्राप्त करनी हो तो हम सीधे गूगल पर जा कर उसे प्राप्त कर लेते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं? साइबर जालसाजों ने सर्च इंजन गूगल को भी ठगी का जरिया बना लिया है. लोग स्कूल, कॉलेज, डॉक्टर, सिविक एजेंसी या कुछ भी सर्च करने के लिए गूगल की मदद लेते हैं. इससे आपको चीजों की जानकारी तो मिल जाती है, लेकिन कई बार ठगों के फेर में फंसकर लोगों के खाते खाली कर दिए जाते हैं।
इस तरह की वारदातें लगातार सामने आ रही हैं, हालिया मामला योजना विहार निवासी के साथ पेश आया. दरअसल एक महिला को नगर निगम में कुछ शिकायत करनी थी, इसके लिए सोमवार को उन्होंने गूगल पर हेल्पलाइन नंबर तलाश किया. यहां से एक नंबर मिला जिस पर कॉल करने पर आरोपी ने बातचीत की और उनकी समस्या को जल्दी सुलझाने का दावा किया.
आरोपी ने पीड़िता को एक लिंक भेजकर उस पर महज दो रुपये डालने का झांसा दिया। लिंक पर क्लिक करते ही पीड़िता के खाते से 90,000 हजार रुपये निकल गए. पीड़िता की शिकायत पर शाहदरा जिले के साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. ये तो बात हुई कि किस तरह से आपके साथ ठगी को अंजाम दिया जा रहा है अब इससे कैसे बचा जा सकता है उन बात पर गौर करते है.
इन बातों का रखें ध्यान
- आपको जो भी जानकारी प्राप्त करनी है उसके लिए ऑफिशियल वेबसाइट से ही जानकारी लेने की कोशिश करें.
- किसी भी ऑफिशियल वेबसाइट को गूगल पर ही दो-तीन जगह से क्रोस चेक करें ताकि ठगी से बचा जा सकें.
- गूगल पर जो मोबाइल नंबर आपको दिया जाता है उसपर बात करने के दौरान आपको अंदाजा लग जाएगा कि जो व्यक्ति आपसे बात कर रहा है वो सही है या जालसाज.
- गूगल पर मिले नबंर या किसी दूसरी जगह से कोई लिंक मिले या कोई 2,5,10 रूपये डालने को कहे तो ऐसा बिल्कुल न करें.
- यदि आप गूगल सर्च के दौरान किसी ठगी का शिकार हो गए हैं, तो अपने फोन का इंटरनेट तुरंत बंद कर दें. ऐसा करने से आरोपी मोबाइल को रिमोट पर नहीं ले पाएंगे.
- इसके बाद बैंक से संपर्क कर तुरंत अपने खाते को बंद करने के लिए कहें.
- इसके साथ ही आप क्राइम हेल्पलाइन नंबर-1930 पर इसकी जानकारी दें.
- इसके अलावा आप रिपोर्ट को www.cybercrime.gov.in पर रजिस्टर करें.
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