साइबर क्राइम को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने शुरू किया ये बड़ा अभियान
दिल्ली पुलिस द्वारा साइबर अपराध के लिए जागरूकता दिखाई जा रही है जिसके लिए बड़ा जागरूकता अभियान शुरू करने जा रही है

दिल्ली में बहुत समय से साइबर अपराध बढ़ते देखे जा रहे हैं ऐसे में दिल्ली पुलिस अब सतर्कता बढ़ा रही है जिसके लिए अभियान शुरू किया जा रहा है और इसके चलते अब आपको आर्म्स व होटल आदि का लाइसेंस साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं है क्योकि इनको आप अपने डीजी लॉकर में रख कर निकल सकते है। जानिए पूरी खबर
बता दें कि दिल्ली पुलिस द्वारा साइबर अपराध के लिए जागरूकता दिखाई जा रही है जिसके लिए बड़ा जागरूकता अभियान शुरू करने जा रही है और साथ ही ये अभियान दिल्ली पुलिस का अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा जिसमे दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना बृहस्पतिवार को इनका उद्घाटन करेंगे।
इसमें जागरूकता के लिए पहला कदम उठाया गया है जहां अब आपको को आर्म्स व होटल आदि का लाइसेंस साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं है क्योकि अब दिल्ली पुलिस आपको आर्म्स लाइसेंस स्मार्ट कार्ड व होटल आदि के लाइसेंस सर्टिफिकेट डीजी लॉकर पर उपलब्ध कराने जा रही है।
रिपोर्ट्स में बताया कि लाइसेंसिंग ब्रांच अपनी सभी सुविधाओं को डीजी लॉकर पर उपलब्ध कराने जा रही है। साथ ही इसके पहले फेज में आर्म्स स्मार्ट कार्ड सर्टिफिकेट, होटल व गेस्ट हाउस में खाने व गेस्ट हाउस का लाइसेंस सर्टिफिकेट डीजी लॉकर में उपलब्ध किय जा रहा है।
इस सुविधा के बाद लोगों को आर्म्स लाइसेंट स्मार्ट कार्ड को हमेशा साथ रखने की जरूरत नहीं है पड़ेगी और अब तक जितने भी लोगों ने आर्म्स लाइसेंस स्मार्ट कार्ड ले रखा है वह बृहस्पतिवार यानि आज के बाद डीजी लॉकर पर देख सकते हैं और उसे दिखा सकते हैं। इसी के साथ अब दूसरे फेज में अन्य सुविधाओं को डीजी लॉकर पर उपलब्ध कराया जाएगा।
दरअसल, ये सारी सुविधा इसलिए बढ़ाई जा रही है क्योकि साइबर अपराध में ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है क्योकि पिछले वर्ष की तुलना में 2021 में साइबर अपराध में 111 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसमें सबसे बड़ा कारण यौन शोषण बताया जा रहा है। इन अपराध में ज्यादातर ऑनलाइन धोखाधड़ी, यौन लाइन उत्पीडन व कामुक सामग्री के प्रकाशन जैसे मामले ज्यादा देखने को मिले है।
जिससे इनका मकसद अंजाम देने का मकसद धोखाधड़ी, यौन शोषण व जबरन वसूली करना था और ज्यादातर शिकायत करने वालों में ज्यादातर 12 से 17 वर्ष की नाबालिग लड़कियां थीं। जिसके चलते दिल्ली पुलिस साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू कर रही है।
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