
गणतंत्र दिवस से पहले राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किए गए खालिस्तानी और हरकत-उल-अंसार के दो कथित आतंकियों ने पूछताछ के वक्त नए खुलासे किए हैं। पुलिस की पूछताछ के दौरान खालिस्तानी आतंकी जगजीत सिंह ने ये खुलासा किया है कि कनाडा में मौजूद अर्शदीप डल्ला ने उसे इंडिया में टारगेट किलिंग के साथ ही खालिस्तानी नेटवर्क बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी भी दी थी।
बता दे की इसके लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इन आंतकियों की मदद कर रही थी। हरकल-उल-अंसार और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को दोनों की मदद करने के लिए जिम्मेदारी दी गई थी। आंतकी नौशाद और जगजीत को भारत में नेटवर्क बढ़ाने के लिए भरोसे वाले गैंगस्टरों को इकट्ठा करने के लिए कहा गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार पकडे गए दोनों आंतकियों को सबसे पहले दोनों को पंजाब, दिल्ली और साथ ही महाराष्ट्र के कुछ हिंदू नेताओं की हत्या करने के लिए कहा गया था। इसके लिए नौशाद और जगजीत ने कुछ लोगों की रेकी भी कर ली थी। सूत्रों का दावा है कि पूछताछ के वक्त आरोपियों ने ये खुलासा किया है कि 26 जनवरी के बाद इन लोगों को योजना के तहत भारत में टारगेट किलिंग को अंजाम देना था।
इस मामले में पुलिस को पता चला है कि आरोपी सुहेल नामक एक कथित आतंकी से मिला था और सुहेल साल 2018 में खुफिया तरीके से भारत से पाकिस्तान गया था। सुहेल वहां पर अपने आईएसआई के आकाओं के संपर्क में रहा। नौशाद अप्रैल, वर्ष 2022 में जब जेल से बाहर आया तो सुहेल से इसकी मुलाकात हुई। सूत्रों के अनुसार सुहेल ही इनकी मदद कर रहा था। दोनों की गिरफ्तारी के वक्त आंतकी जगजीत और नौशाद के पास से कुल तीन तमंचे और 22 कारतूस के साथ ही दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे।
छानबीन के वक्त पुलिस को पता चला है कि भारत में टारगेट किलिंग के बाद जगजीत और नौशाद को हवाला की तरफ से करोड़ों रुपये मिलने वाले थे। पकडे गए आरोपियों ने अपनी काबिलियत साबित करने के लिए जब एक शख्स की हत्या कर उसका वीडियो अपने आकाओं को भेजा तो इन आरोपियों के खाते में कुल छह लाख रुपये आए थे। पूछताछ में आरोपियों ने ये खुलासा किया है कि इन आरोपियों ने राजकुमार नामक शख्स की हत्या की। शख्स से दोस्ती करने के बाद उसे धोखे से अपने कमरे पर बुलाया, बाद में राजकुमार की गला घोंटकर हत्या कर दी।
मृतक के शव के टुकड़े करने के बाद उसका वीडियो बनाकर आरोपियों ने पाकिस्तान और कनाडा भेज दिया। मामले की छानबीन कर रहे एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि टीम ने मृतक के शव की शिनाख्त के लिए मृतका राजकुमार के परिवार का पता लगाकर उसके भाई को बुलाया था, लेकिन राजकुमार के भाई ने शव को देखकर उसके अपने भाई होने की बात से मना कर दिया है।
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