
आप को बता दें गैंगस्टर आनंदपाल और राजू ठेहट एक दूसरे के जान के प्यासे भी थे। आनंदपाल की पहले ही पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी लेकिन फिर भी दोनों गैंग के बीच रंजिश कम नहीं हुई। और अब ठेहट को भी शनिवार को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया।
बता दें सीकर के उद्योग नगर क्षेत्र में चार हथियारबंद बदमाशों ने गैंगस्टर राजू ठेहट की शनिवार को गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। बता दें सीकर में गैंगवार का किस्सा बहुत पुराना है। राजू ठेहट और गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के बीच बहुत पुरानी दुश्मनी थी। और दोनों गैंग के लोग एक दूसरे के खून प्यासे भी थे। इसके चलते अब राजू ठेहट और आनंदपाल सिंह के मौत के बीच एक कनेक्शन भी सामने आया है।
बता दें सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से राजू ठेहट की हत्या की जिम्मेदारी अब लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने ही ली है। इस पोस्ट में लिखा है कि राजू ठेहट आनंदपाल और बलवीर बानूडा की हत्या में ये सब शामिल थे। और जिसका बदला उसे मारकर ही लिया गया है। और इस पोस्ट में उसने अपने बाकी दुश्मनों को भी चेतावनी दी है। पुलिस रोहित गोदारा की इस पोस्ट की भी जांच कर रही है।
बता दें ठेहट गांव के रहने वाले राजू ठेहट और गैंगस्टर आनंदपाल सिंह गैंग के बीच काफी दुश्मनी थी। आनंदपाल तो पहले एनकाउंटर में मारा गया लेकिन आनंदपाल सिंह और राजू ठेहट की मौत शनिवार को ही हुई थी। 24 जून 2017 को आनंदपाल भी मारा गया था और उस दिन भी शनिवार था। और 3 दिसंबर 2022 शनिवार को ही बदमाशों ने राजू ठेहट को भी गोलियों से भून दिया। ऐसे में ये संभावना भी जताई जा रही है कि जान बूझकर आनंदपाल की मौत के दिन को ही राजू ठेहट की हत्या का दिन चुना गया था।
बता दें बलबीर बानूडा के एक खास दोस्त सुभाष बराल ने 26 जनवरी 2013 को सीकर जेल मे बंद राजू ठेहट पर हमला भी कर दिया था लेकिन इस हमले में राजू ठेहट बच भी गया था। लेकिन उसके बाद शनिवार सुबह को राजू ठेहट गैंगस्टर को बदमाशों ने उसी के घर के सामने उसको गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस सूत्रों का ये मानना है कि रोहित गोदारा ने राजू ठेहत की हत्या की पूरी प्लानिंग कनाडा में बैठकर ही की है। बता दें राजू को मारने आए शूटर्स ने एक व्यक्ति ताराचंद को भी गोली मार दी थी। जिससे की उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
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