जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था मजदूर, 3 महीने बाद गवाई जान
राजधानी दिल्ली में अपराधिक वारदातें अब बेहद ही आम है। अगर दिल्ली के क्राइम रेट पर नज़र डाली जाए तो वो वो कम होने की जगह बढ़ता ही नज़र आएगा।

राजधानी दिल्ली में अपराधिक वारदातें अब बेहद ही आम है। अगर दिल्ली के क्राइम रेट पर नज़र डाली जाए तो वो वो कम होने की जगह बढ़ता ही नज़र आएगा।
इसी को लेकर आज से तीन महीने पहले तेज़ तर्रार चैनल पर एक खबर दिखाई गई थी। उस ख़बर में हमने दिखाया था कि किस तरीके से एक मजदूर जिनका नाम दिवाकर था, और उनकी उम्र करीबन 32 वर्ष थी।
उन्हें बिल्डरो द्वारा बेरहमी से मारा गया था, जिसका कारण यह था कि वो सिर्फ और सिर्फ अपनी वेतन मांगने गए थे। आपकों बता दे कि दिवाकर को इतनी बेरहमी से मारा गया कि वो बीते 3 महीने से दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था।
बहराल, दुखद बात यह है कि आज दिवाकर जिंदगी और मौत की यह लड़ाई हार गया और अपनी जान गवा बैठा है। इसके अलावा आपकों बता दे कि दिवाकर के सभी अपराधियों को मालविया नगर थाने की पुलिस द्वारा पकड़ भी लिया गया था। फिलहाल, उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है और परिजनों की मांग है कि उन्हेें सख्त से सख्त सज़ा दी जाए।
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