दिल्ली में सामने आए Monkeypox के 2 और नए मामले, एक पीड़ित एलएनजेपी में भर्ती
गाजियाबाद क्षेत्र से मंकीपॉक्स के 2 नए केस सामने आए है, एक का सैंपल पुणे भेज दिया है, जबकि दूसरा दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती है

देश में नए वायरस मंकीपॉक्स के पहले केस को देखने के बाद लोगों और प्रशासन में सतर्कता नहीं दिखाई दी थी। लेकिन अब देश की राजधानी दिल्ली में भी केस आना शुरू हो गए है जहां पहला केस पश्चिम विहार क्षेत्र में आया है। इसी के चलते अब दिल्ली एनसीआर में भी आज मंकीपॉक्स के 2 नए मामले सामने आये है।
बता दें कि दिल्ली एनसीआर के गाजियाबाद क्षेत्र से मंकीपॉक्स के 2 नए केस सामने आए है जिसमे से एक का सैंपल पुणे भेज दिया है, जबकि दूसरा दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल में भर्ती पीड़ित को बुखार और त्वचा पर दानों के लक्षण पाए गए हैं। दूसरी तरफ एक अन्य मंकीपॉक्स के एक संदिग्ध मरीज मिलने पर उसका नमूना जांच के लिए पुणे भेजा गया है।
हालाँकि, एमएमजी अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि यह बीमारी मंकीपॉक्स नाम के वायरस से होती है। मंकीपॉक्स, ऑर्थोपॉक्स वायरस परिवार का हिस्सा है। इसके सिम्टम्स है कि शरीर में चिकन पॉक्स की तरह दाने होने लगते हैं क्योकि चिकन पॉक्सको फैलाने वाला वैरियोला वायरस भी ऑर्थोपॉक्स फैमिली का ही हिस्सा है।
मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण
- मंकीपॉक्स उन लोगों से फैलता है जो पहले से इससे पीड़ित हो, ऐसे मरीज के संपर्क में रहने वालों में इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
- मंकीपॉक्स होने पर व्यक्ति के शरीर पर 2 से 4 हफ्तों तक लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
- यह रोग मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है जोकि ओर्थोपॉक्स वायरस जींस का सदस्य है।
- पालतू जानवर यदि संक्रमित हो जाए तो उसे 30 दिनों तक क्वारंटीन करके रखें।
- मीट पूरी तरह ना पका हुआ हो तो उसे ना खाएं।
- मंकीपॉक्स बॉडी फ्लूड्स और पीड़ित व्यक्ति के साथ सोने पर फैल सकता है।
- मंकीपॉक्स होने पर व्यक्ति को बुखार, शरीर पर दाने, सूजन हो सकती है।
- इससे बचाव के लिए जंगली जानवरों से बचकर रहें।
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