अक्सर देखा जाता है कि लोग राशन कि दूकान के चक्कर काटते है। लेकिन कई बार वह जानकारी न मिलने पर बंद मिलती है। लेकिन अब शहरी और देहात क्षेत्र की 367 सस्ते गल्ले की दुकानों पर अब जाकर बार – बार नहीं पूछना पड़ेगा कि कब खाद्यान्न मिलेगा या कब दुकान खुलेगी क्योकि अब आपको इसकी सुविधा गूगल मैप पर मिले वाली है जहां जाकर अपने आसपास की दुकान पर खाद्यान्न की उपलब्धता, दुकान खुलने-बंद होने आदि की जानकारी आपको सीधा मिल सकेगी।
बता दे कि अभी फिलहाल लोकेशन मैपिंग का काम चल रहा है और इसके पूरा होते ही ई-पॉस मशीन से कनेक्टिविटी देकर ही तुरंत ये सुविधा एक महीने में शुरू हो जाएगी और इस तरह की सुविधा पूरे प्रदेश में सबसे पहले केवल गौतमबुद्धनगर में ही मिलने वाली है और यह यूपी का पहला जिला होगा जहां ये सुविधा शुरू होगी और इसके बाद ये पूरे देश में उपलब्ध कराई जाएगी।
इसका इस्तेमाल बहुत आसान होगा जहां जिस तरह आप अपने मोबाइल फोन पर गूगल मैप पर जाकर नजदीक के अस्पताल, रेस्टोरेंट या दूसरी सेवाओं का पता लगाते हैं ठीक उसी तरह से अब गौतमबुद्धनगर की 367 सस्ते गल्ले की दुकानों (कोटेदार) को भी ऑनलाइन मैप पर सर्च पर सीधा सर्च कर सकेंगे और लोकेशन के अनुसार ही नजदीक के कोटेदार की उस लोकेशन पर राशन की उपलब्धता, राशन वितरण उस दूकान में है कि नहीं, दुकान के खुलने और बंद होने की 24 घंटे की जानकारी आपको उपलब्ध हो जाएगी।
इतना ही नहीं खाद्यान्न के वितरण के दौरान कोटेदार की ई-पॉस मशीन के चालू होने के साथ हुई लोगों को ऑनलाइन जानकारी मिलनी शुरू हो जाएगी जिससे दुकान पर डिलीवरी होने का मिंटो में पता चल जाएगा। वही शहरी क्षेत्र की 124 और देहात क्षेत्र की 243 दुकानों की लोकेशन समेत जानकारी ऑनलाइन करने का काम अभी चल रहा है।
नहीं काटने होंगे दुकानों के चक्कर
हालाँकि, बहुत बार देखा जाता है कि लोगों को जानकारी ना होने के कारण दुकानों के चक्कर लगाने पड़ते है। साथ ही अभी तक महीने की छह से 4 तारीख तक राशन बांटा जाता है लेकिन राशन डीलर कब दुकान खोलेगा और कब नहीं इसकी पूरी जानकारी नहीं होती है और यही कारण होता है कि जिसके चलते लोग राशन की दुकान पर हर रोज चक्कर लगाकर परेशान होते रहते हैं। मगर अब ऐसा देखने को नहीं मिलेगा बल्कि गूगल मैप पर जाकर ही सारी जानकारी जुटाई जा सकेगी।