सड़क हादसे में घायल तड़पते रहे, लेकिन सोते रहे हॉस्पिटल कर्मचारी, फिर हुआ ये
सीएचसी प्रभारी डॉक्टर प्रदीप यादव का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी वायरल वीडियो को देखने के बाद पता चली है। हालांकि, हॉस्पिटल...

सड़क हादसे में दो घायल शख्स एंबुलेंस में तड़प रहे थे और एंबुलेंस के कर्मचारी हॉस्पिटल की इमरजेंसी का दरवाजा बार बार खटखटा रहे हैं और जोर से यह भी कह रहे हैं कि हॉस्पिटल का दरवाजा खोलो, मरीज हैं, हालत गंभीर है लेकिन आपको बता दे की हॉस्पिटल के अंदर चिकित्सकों आराम फरमा रहे और साथ ही अस्पताल के कर्मचारियों की नींद नहीं टूट रही है।
20 मिनट तक अस्पताल का दरवाजा खटखटाने के बाद एंबुलेंस के कर्मचारी घायल मरीज को लेकर वहां से चले जाते हैं। इसके बाद घायल युवको को एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराते हैं। बुधवार रात के वक्त लगभग दो बजे का यह मामला मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का है। इस मामले का वीडियो बृहस्पतिवार को बहुत वायरल हुआ। इस मामले में सीएमओ डॉक्टर भवतोष शंखधार ने जांच के आदेश दे दिए। और इस मामले के बाद इमरजेंसी के चौकीदार को निलंबित कर दिया गया।
और इसके साथ ही सीएचसी प्रभारी डॉक्टर प्रदीप यादव का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी वायरल वीडियो को देखने के बाद पता चली है। हालांकि, हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरा भी लगे हैं। एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों का इस घटना के बारे में कहना है कि घायल लोगों को ईस्टर्न पेरिफेरेल एक्सप्रेसवे से लाया गया था। बुधवार रात लगभग एक बजे दोनों लोग एक सड़क हादसे में घायल हुए थे। राहगीर के ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर भिक्कनपुर गांव के पास बुधवार की रात लगभग एक बजे यह सड़क हादसा हुआ था।
इसमें चरन सिंह नामक युवक और एक बच्चा रोहित घायल हुए थे। निजी हॉस्पिटल में चले इलाज के बाद बृहस्पतिवार को दोनों लोगों को छुट्टी दे दी गई। सीएमओ डॉक्टर भवतोष शंखधार ने यह बताया कि मामले की जांच एसीएमओ चरण सिंह नामक डॉक्टर और डीएन सक्सेना को सौंपी गई है। इस मामले में सीएचसी पर तैनात चिकित्सकों और साथ ही कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी।
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