चीन की साइट से मंगाते थे ओबीडी स्कैनर, फिर चुराते थे महंगी गाड़ियां
दिल्ली NCR में वाहनों कि चोरी के लिए अब चोर ओबीडी स्कैनर का प्रयोग कर रहे है, जिससे की महंगी गाड़ियों को चुराना आसान हो जाता है

दिल्ली NCR में वाहनों कि चोरी के लिए अब चोर ओबीडी स्कैनर (OBD Scanner) का प्रयोग कर रहे है। जिससे कि महंगी गाड़ियों को चुराना आसान हो जाता है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस को मिली है जहां बहुत सी यूनिट ने इन्हें हल ही में बरामद किया है।
बता दें कि ओबीडी स्कैनर पामटॉप से लेकर टैबलेट तक के आकार का उपकरण होता है। इसमें किसी भी कंपनी के वाहनों की चाबी का विवरण इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप में दर्ज रहता है। साथ ही यह स्कैनर चीनी ई-कॉमर्स वेबसाइट अलीबाबा डॉट काम से ऑनलाइन मंगाए जाता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चोरी करने वाले गिरोह इसका इस्तेमाल करते है।
ऐसे ही एक चोर को पुलिस द्वारा उत्तराखंड के काशीपुर से पकड़ा गया था जिसका नाम फैज़ल था और उसको कब्ज़े में लेने के बाद पुलिस ने दर्जनभर से अधिक वाहन और दो ओबीडी स्कैनर बरामद किए थे। इसके बाद पुलिस को इस यंत्र के बारे में जानकारी मिली।
ECM से जोड़कर बनाते हैं चाबी
ओबीडी स्कैनर कार चुराने के लिए तब काम आता है जब संबंधित वाहन के अलार्म एवं जीपीएस सिस्टम का तार काट देते हैं और जैमर को मोबाइल चार्जर वाली जगह पर लगा देते हैं। उसके बाद स्कैनर को गाड़ी के ECM (Engine Control Module) के पास लेकर जाते हैं और इसके चलते गाड़ी कि चाबी का डिस्क्रिप्शन स्कैनर में आ जाता है फिर पहले से तैयार चाबी पर सारी जानकारी फीड कर वाहन लेकर फरार हो जाते हैं।
वाहन चोरी रोकने के लिए ये उपाय करें
शातिर चोरो से सावधान रहने के लिए गाड़ी को बचाना है तो एंटी थेफ्ट डिवाइस जरूर लगाएं। चार पहिया वाहन में गियर लॉक और व्हील लॉक का प्रयोग करें। इसके साथ ही अच्छे बैट्री बैकअप वाले मैग्नेट जीपीएस का इस्तेमाल करना जरूरी है, तभी आपकी गाड़ी सुरक्षित रह सकती है।
हालाँकि, स्कैनर कि कीमत कि बात करे तो दर्जन वाहनों के मॉडल की जानकारी पर निर्भर करती है। अगर पुराना मॉडल है तो 70 से 80 हजार रुपये और अगर वर्ष 2020-21 के वाहनों का डिस्क्रिप्शन होगा तो डेढ़ लाख रुपये तक कीमत होती है। वाहन चोरी गिरोह के सदस्य अलीबाबा डॉट कॉम से इन्हें फर्जी पते पर मंगाते थे।
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