
प्रदूषण से बचने के लिए अपनाये यह आयुर्वेदिक उपाए,आजकल खुद का प्रदूषण से बचाव करना एक चुनौती जैसा बन गया है. मास्क, स्कार्फ़ हर एक चीज़ हमें सिर्फ ऊपर से ही बचा सकती, लेकिन इस प्रदूषण से निकलने वाली जहरीली चीज़ों से हमें खुद ही बचाव करना पड़ेगा. हम उन खतरों से लड़ते हैं, जो हमें दिखाई देते हैं या जो हमें बाहर से नुक्सान पहुंचाते हैं…..
दरहसल, हम ऐसे मामलो पर उतना ध्यान नहीं देते, जो की साइलेंट किलर हैं. जैसे एयर पॉल्यूशन को ही ले लीजिए. हर साल सर्दियाँ आते ही दिल्ली-NCR में पॉल्यूशन को कम करने की बहुत कोशिश की जाती है. सड़कों, पेड़-पौधों पर स्प्रे किया जाता है. बहुत सारे प्रयास करने के बाद भी एयर पॉल्यूशन गंभीर होता जा रहा है. आये दिन लोगों को गला ख़राब, ज़ुखाम, बुखार, सास लेने में दिक्कत जैसी परेशानियों से लड़ना पड़ रहा है.
मीडिया के मुताबिक, तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदुषण को लेकर चेतावनी दे रहे है और साफ-साफ कहा जा रहा है, कि भारत में एयर पॉल्यूशन का स्तर काफी बढ़ चुका है, साथ ही ये बच्चों तथा बुजुर्गों की सेहत के लिए काफी हानिकारक है. 15 साल से कम आयु के लगभग 93 परसेंट बच्चे जहरीली हवा में सांस लेते हैं. भारत सहित साउथ एशिया में हर साल करीब 1 लाख के ज्यादा बच्चों की मौत होती है और जिसका कारण एयर पॉल्यूशन है.
बच्चों को लेकर में आपको इस वक्त थोड़ा ज्यादा सावधान रहना चाहिए. जहरीली वायु तेजी से बच्चों के लंग्स पर असर करती है, जिससे फेफड़े कमजोर हो जाते हैं तथा बड़े होने पर अस्थमा होने का भी खतरा हो सकता है. नतीजा बच्चे कई गंभीर बीमारियों से झूंझते हैं.
अपनाये ये आयुर्वेदिक उपाए
- अगर आपको भी गले में ऐलर्जी है तो आप नमक पानी से गरारा कर सकते है या सरसों के तेल से नस्यम और मुलैठी चूसने भी गले को बहुत राहत मिलती है.
- ऐसे ही यदि आपको स्किन ऐलर्जी हो रही है तो आप एलोवेरा ,नीम , मुल्तानी मिट्टी, हल्दी, देसी कपूर का प्रयोग भी कर सकती हैं.
- इसी के साथ इस बढ़ते प्रदूषण में अच्छी सेहत के लिए आप मल्टीग्रेन दलिया डायजेशन के लिए बहुत बेहतर होता है. सर्दी में लौकी-गाजर का जूस ज्यादा पिए, नाश्ते में अंकुरित खाएं.
ये कुछ उपाए जिससे आप अपना और अपने परिवार का बढ़ते हुए प्रदुषण से बचाव कर सकते है.
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