दिल्ली के तिमारपुर इलाके से बच्चा चोर गिरोह गिरफ्तार
दिल्ली के तिमारपुर इलाके की पुलिस ने किया बच्चा चोरी करने वाले गिरोह को गिरफ्तार। इस गिरोह में 4 महिला और 1 पुरुष समेत कुल 5 लोग शामिल थे

दिल्ली के तिमारपुर इलाके में एक महिला ने अपने पड़ोस के 3 साल के बच्चे को अगवा कर 70 हज़ार में बेच दिया। महिला का बच्चे के घर आना-जाना था। पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद जब इस केस की जांच पड़ताल की तो इस घटना का सच सामने आया। पुलिस ने 4 महिला समेत कुल 5 लोगो को अपनी गिरफ्त में लिया।
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों के नाम सुनीता, अनुज रानी , राज रानी, सीमा और सर्वेश( ऑटो चालक) बताया जा रहा है। पुलिस को बच्चा राज रानी और अनुज रानी के पास से मिला। राज रानी और अनुज रानी माँ-बेटी है। माँ-बेटी बच्चे को 5 लाख रूपये में बेचने की तैयारी कर रही थी। पड़ोस में रहने वाली महिला, सुनीता ने बच्चे का अपहरण किया और उसे ऑटो चलाने वाले सर्वेश को 70 हज़ार रूपये में बेच दिया।
अंटो अल्फोंस, उत्तरी जिला के पुलिस उपयुक्त ने बताया कि 22 मई को तिमारपुर के श्रीराम बस्ती निवासी रवि ने अपने 3 साल के बेटे के खो जाने की खबर तिमारपुर थाने में दर्ज करवाई। इसी के साथ रवि ने अपने मासूम बेटे का अगवा हो जाने की चिंता भी ज़ाहिर की। रवि की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर केस की जांच- पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस ने सीसीटीवी के साथ-साथ रवि के घर आने -जाने वाले लोगो से पूछताछ भी की।
छानबीन के दौरान पुलिस को पड़ोस में रहने वाली महिलाा सुनीता पर शक हुआ। छानबीन के समय सुनीता पुलिस को लगातार गुमराह कर रही थी। पुलिस ने सुनीता के कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकलवाकर उसके मिलने वाले ऑटो चालक (सर्वेश) से भी पूछताछ की। दोनों ही पुलिस को लगातार गुमराह करते रहे। छानबीन के दौरान मंगलवार को पुलिस को पता चला कि बच्चा जहांगीरपुरी में एक बूढी औरत (राज रानी) और उसकी बेटी (अनुज रानी) के पास है।
खबर मिलने के फ़ौरन बाद पुलिस ने छापा मारकर बच्चे को दोनों माँ-बेटी के चंगुल से छुड़ाया और उन दोनों को गिरफ्तार किया। माँ-बेटी ने बताया कि जहांगीरपुरी की निवासी सीमा ने उन्हें बच्चा बेचने के लिए सौंपा था। इस खबर के उपरांत तुरंत पुलिस ने सीमा को भी गिरफ्तार कर लिया। सीमा ने पुलिस को अपने जानकार ऑटो चालक (सर्वेश) द्वारा बच्चा सौंपने वाली बात के बारे में भी बताया। इसके तुरंत बाद सर्वेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया जो मुकुंदपुर के रहने वाले है।
सर्वेश ने पीड़ित परिवार की पडोसी सुनीता का नाम पुलिस को बताया। पूछताछ के दौरान पता चला कि कोरोना के कारण किसी की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। सर्वेश ने सुनीता को बच्चा अगवा करने के लिए कहा और सुनीता को बच्चे के बदले 70 हज़ार रूपये देने का भरोसा दिलाया। ऑटो चालक सर्वेश ने सुनीता से बच्चा लेकर सीमा और फिर उसके बाद राज रानी और उसकी बेटी अनुज रानी को सौंप दिया। माँ-बेटी बच्चे को बेचने का सौदा 5 लाख में कर रही थी उससे पहले पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। किया
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