
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के बाद जब कोरोना के मामलों में नियंत्रण आने लगे तो दिल्ली अनलॉक हो गयी। मार्केट और दुकानें भी खुलने लगी, लगा मार्केटों में खूब ग्राहक आएंगे और दुकानदार भी घाटे को पूरा करेंगे। लेकिन ऐसा कुछ खास नजर नही आ रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण पश्चिमी और दक्षिण- पश्चिमी दिल्ली का “इकलौता दिल्ली हाट” है। जहां दिल्ली हाट ग्राहकों के लिए तरस रहा है। जहां आम दिनों के हर दिन इनकी कमाई दुकानदारों की हजारों में होती थी, वहीं याब कुछ सौ रुपये तक सिमटकर रह गई है इनकी कमाई।
जनकपुरी के वीरेंदर नगर रोड पर स्थित दिल्ली हाट, पश्चिमी और दक्षिण- पश्चिमी दिल्ली का इकलौते दिल्ली हाट है। यहां देखा जा सकता है, की दुकानें तो सारी सजी हुई हैं, लेकिन खरीदारों की संख्या फिलहाल ना के बराबर है। लॉकडाउन के पहले जहां इस दिल्ली हाट में ग्राहको की भीड़ नजर आती थी, वहां आज कुछ एक ग्राहक ही नजर आ रहे हैं।
दिल्ली हाट के मैनेजर अनुदीप बेदी का कहना है, की धीरे धीरे कस्टमर आने लगे हैं। एंट्री गेट से लेकर हर जगह सोशल डिस्टेंस, मास्क, सेनिटाइजर का इंतजाम है। गेट पर आते ही पहले तापमान मापा जाता है, फिर सेनिटाइज करवाया जाता है, फिर अंदर जाने दिया जाता है। इनका कहना है की यहां बिकने वाले अनूठे सामानों की वजह से इस दिल्ली हाट की एक अलग ही पहचान है। यहां स्थानीय लोगों के अलावा विदेशी खरीदार भी खूब आया करते हैं।
यहां के एक दुकानदार तरुण ने बताया कि पिछले 4 सालों से वो यहां अपनी दुकान चला रहा है। लेकिन इसके पहले कभी ऐसे हालात नहीं देखे। ग्राहकों की कमी झेल रहे दिल्ली हाट में कुछ दुकानें बंद हो चुकी हैं, तो कुछ बंद होने के कगार पर पहुंच गई हैं। हालात ऐसे हैं कि पूरे दिन बैठने के बाद कुछ एक ग्राहक ही आते हैं। जहां रोजाना हजारों की कमाई होती थी, खाने के फुर्सत नही थे, वहां अब कई बार दो चार सौ रुपये भी कमाना मुश्किल से हो रहा है।