बिजली कंपनियों ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह शनिवार को दुनियाभर में मनाए जा रहे अर्थ आवर में शामिल हों और इस दौरान रात को 8.30 से 9.30 बजे के बीच अपने घरों व कार्यस्थलों की बिजली उपकरणों को बंद रखें। जानकारी के मुताबिक बीएसईएस भी अपने 400 से अधिक कार्यालयों अर्थ आवर के दौरान लाइट्स को बंद रखेगा।
अर्थ आवर, डब्लूडब्लूएफ (वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर/ वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड) का सालाना कार्यक्रम है। बीएसईएस ने बताया कि टिकाऊ विकास को प्रोत्साहन देने के लिए बीएसईस अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है इसके अलावा ई-वाहनों के ज्यादा से ज्यादा उपयोग के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे है।
बता दें कि 2022 में अर्थ आवर के दौरान लोगों ने 171 मेगावॉट बिजली बचाई थी। वहीं 2021 में 334 मेगावॉट बचाई 2020 में 79 मेगावॉट बिजली की बचत की गई थी और 2019 में 279 मेगावॉट की बचत हुई थी। इसके अलावा 2018 में 305 मेगावॉट और 2017 में 290 मेगावॉट बिजली बचाई गई थी।
जानकारी के अनुसार अर्थ आवर डे को मनाने का मकसद यह है कि दुनिया में ऊर्जा की खपत को बचाना और प्रकृति की सुरक्षा के लिए जलवायु परिवर्तन और विकास पर ध्यान केंद्रित करना है। आपको बता दें कि अर्थ आवर डे की वेबसाइट पर यह लिखा है कि प्रकृति के नुकसान और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करने के लिए और जल्द से जल्द प्रकाश डालने को लेकर दुनिया भर के लोगों, नेताओं को एक साथ लाएं।
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