JNU ने छात्रों से डॉक्यूमेंट्री ‘राम के नाम’ की स्क्रीनिंग रद्द करने को कहा, जानिए वजह
JNU प्रशासन ने शनिवार को सभी छात्र को 'राम के नाम' स्क्रीनिंग को रद्द करने की सलाह देते हुए कहा कि इस प्रकार के अनधिकृत गतिविधि से शांति भरा माहौल बिगड़ सकता है.

New Delhi: JNU प्रशासन ने शनिवार को सभी छात्र को ‘राम के नाम’ स्क्रीनिंग को रद्द करने की सलाह देते हुए कहा कि इस प्रकार के अनधिकृत गतिविधि से शांति भरा माहौल बिगड़ सकता है. वैसे तो छात्रों ने इस बात की भी घोषणा बरकरार रखी है कि ये प्ले रात नौ बजे से शुरू होगा…..
लेकिन इस प्ले के शुरू होने से पहले ही हंगामा होने लग गया है. खबर के मुताबिक, छात्रों ने JNU के नाम पर एक डॉक्यूमेंट्री ‘राम के नाम’ की स्क्रीनिंग के पैम्फलेट बनवाये है. साथ ही प्रशासन ने यह भी कहा की उनसे इस चीज की कोई अनुमति नहीं ले गयी.
बता दे कि, प्रशासन ने कहा इसको रद्द न करने पर विश्वविद्यालय के वाद के मुताबिक इस हादसे के लिए सभी जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी.
गौरतलब है कि फिल्म निर्माता आनंद पटवर्धन की डॉक्यूमेंट्री ‘राम के नाम’ अयोध्या में राम मंदिर बनाने के आंदोलन की पड़ताल करती है. जेएनयूएसयू के अध्यक्ष आइशी घोष ने एक सोशल मीडिया पर पोस्ट में बोला कि उन्होंने यूनियन हॉल में ‘राम के नाम’ की स्क्रीनिंग अवधारित की है….
खबर के मुताबिक, घोष ने इलज़ाम लगाया कि इस डॉक्यूमेंट्री को रद्द करने के लिए BJP और RSS की कठपुतली संस्था ने एक सर्कुलर जारी किया जिसे अनाधिकृत और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाला बताया है.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम इससे पीछे नहीं हटेंगे. वह जेएनयू के छात्रों को इस शार्ट फिल्म को देखने के लिए बड़ी संख्या में भाग लेने का अनुरोध करते हैं.
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