कंस्ट्रक्शन साइट पर गिरकर मज़दूर की मौत, ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज
वह कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते समय थर्ड फ्लोर से गिर गए। जांच में पता चला धर्मवीर उस समय ए ब्लॉक, प्रियदर्शनी विहार स्थित साइट पर थर्ड...

दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में रविवार शाम कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे एक मजदूर की हादसे में मौत हो गई। मृतक की पहचान 40 वर्षीय धर्मवीर के तौर पर हुई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 9 अप्रैल रविवार शाम करीब 5:45 बजे प्रियदर्शनी विहार स्थित एक अस्पताल से कॉल मिली। मालूम चला कि 40 वर्षीय धर्मवीर नाम के शख्स को जख्मी हालत में लाया गया, जिसकी मौत हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंची। धर्मवीर मूल रूप से यूपी के महुआ के रहने वाले थे।
वह कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते समय थर्ड फ्लोर से गिर गए। जांच में पता चला धर्मवीर उस समय ए ब्लॉक, प्रियदर्शनी विहार स्थित साइट पर थर्ड फ्लोर में जीना बांध रहे थे। बगल में एक मंजिला मकान है। उसकी छत पर जाकर गिरे। धर्मवीर को सिर में गंभीर चोट आई थी। उनका साला सुमेश तुरंत पास के अस्पताल लेकर गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। परिजनों के बयान पर लक्ष्मी नगर थाने की पुलिस ने 279/304A के तहत केस दर्ज किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पति-पत्नी दोनों ही मेहनत-मजदूरी करते थे। जिसमें 400 रुपये दिहाड़ी पत्नी को और 500 रुपये पति को मिल जाते थे।
हाल-फिलहाल एक बिल्डर की कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि सोमवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। शव को लेकर परिजन यूपी के महुआ स्थित अपने गांव के लिए रवाना हो गए। पुलिस ने इस बाबत ठेकेदार सतेंद्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि साइट पर सेफ्टी नियम फॉलो किए जा रहे थे या नहीं, इसकी जांच कर रहे हैं। पहली बार दिल्ली आए, पिता के शव को लेकर लौटे परिजनों ने बताया कि धर्मवीर का परिवार यूपी के महआ में रहता है परिवार में पत्नी कुंवरबाई, चार बच्चों में 18 वर्षीय शिवानी बारहवीं में पढ़ाई कर रही है, 16 वर्षीय ज्योति दसवीं में पढ़ रही है, 14 वर्षीय सूरज सातवीं में पढ़ रहा है और 12 वर्षीय कुलदीप पांचवीं में पढ़ रहा है।
धर्मवीर और उनकी पत्नी कुछ महीने पहले ही गांव से दिल्ली में मेहनत मजदूरी के लिए आए थे, ताकि गांव में पढ़ाई कर रहे बच्चों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। बच्चे मम्मी-पापा को याद करते थे। इसलिए 30 मार्च को धर्मवीर की पत्नी गांव से चारों बच्चों को दिल्ली घुमाने के लिए लेकर आई थीं। बच्चों ने पहली बार दिल्ली देखा था। परिजनों ने बताया कि बच्चों और पत्नी की इच्छा के लिए 30 अप्रैल को पूरा परिवार दिल्ली से वैष्णो देवी जाने की तैयारी कर रहा था।
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