दिल्ली

पटाखे खरीदने से बाज़ नहीं आ रहे है दिल्ली के लोग, दिन पर दिन टूट रहा है कानून

दिल्ली में पटाखे बेचना और जालना बैन है। दिल्ली के पलूशन कंट्रोल कमेटी (pollution control committee) ने यह प्रतिबन्ध लगाया है।

देश की राजधानी दिल्ली में पटाखे बेचना और जलाना बैन है। दिल्ली के प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (pollution control committee) ने यह प्रतिबन्ध लगाया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी इस बारे में ट्वीट कर चुके है।

जानकारी के मुताबिक प्रतिबन्ध के बावजूद दिल्ली में चोरी-छुपे पठाखे की बिक्री की जा रही है। इन पटाखों में प्रदुषण फैलाने वाली फुलझड़ी, अनार, सुतली बम और लड़ी वाले पटाखे भी शामिल हैं।

एनबीटी के मुताबिक अवैध रूप से पठाखे बेचने वाले दुकानदार हर किसी को पठाखे नहीं दे रहे है। बल्कि उन लोगों को पठाखे बेच रहे है। जो उनके किसी जानकर की जान पहचान से आए हो और पूरे भरोसे वाले हो। 

crakers image

आपको बता दें कि खरीदी और बिक्री के लिए ना तो दुकान पर साफ शब्दों में बात की जाती है। और ना ही किसी तरह का मोलभाव किया जाता है। बल्कि पठाखो को एक पैकेट में दिया जाता है। ताकि आसपास वाले लोगों को शक न हो और पटाखों के लिए पहले से एडवांस में बुकिंग करवानी पड़ती है। 

‘मुझे फलां ने भेजा है, मेरे पटाखे दे दो’

ग्राहकः भइया पटाखे मिल जाएंगे क्या?

पटाखा विक्रेताः नहीं भाई, दिल्ली में पटाखे बैन हैं इस बार।

ग्राहकः मुझे फलां ने भेजा है। बच्चों के लिए चाहिए।

पटाखा विक्रेता (नाम चेक करके): हां हां, आपका पैकेट तैयार है, पेमेंट करो और ले जाओ।

यह बातचीत है एक ग्राहक और गुपचुप पटाखे बेच रहे एक पटाखा विक्रेता की।

पटाखों की डिलिवरी कहीं, पेमेंट कहीं

आप भले ही अपना सारा सामान डिजिटल पेमेंट के द्वारा करते हो पर आपको पठाखे खरीदने के लिए नगद ही देना होगा। दुकानदार पठाखो की खरीदी या बिक्री में किसी तरह की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन ना दिख जाये, इसके चलते दुकानदार ऑनलाइन पेमेंट नहीं ले रहे है। 

crakers image

जानकारों का मानना है कि दिल्ली में पटाखों को लेकर ज्यादा सख्ती होने के चलते कुछ लोग एनसीआर से भी पटाखे लेकर आ रहे हैं। इनमें यूपी नोएडा, मेरठ और गाजियाबाद से लेकर हरियाणा के गुड़गांव और फरीदाबाद जैसे शहर भी शामिल हैं।

पटाखों पर बैन को देखते हुए मार्किट में और भी कई तरह के ऑप्शंस उपलब्ध है जो की पटाखों की तरह ही आवाज करते है। इसमें सबसे पहले छोटे बच्चों की खिलौना बंदूक। इसके अलावा एक चाइनीज लड़ी भी है।  जिसमे से पठाखो की आवाज आती है। यह लड़ी 1200 रूपये की है।

radhey krishna auto

ये भी पढ़े: दिल्ली में बढ़ते डेंगू के मामलों के कारण, कोरोना के रिज़र्व्ड बेड्स में की गई कटौती

Jagjeet Singh

जगजीत सिंह तेज़ तर्रार न्यूज़ चैनल में बतौर कंटेंट राइटर कार्य कर रहे हैं। इन्होंने टेक्निकल, विश्व और एजुकेशन से सम्बंधित लेखो को अपने लेखन में प्रकाशित किया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button