दयालपुर में जर्जर मकान का बड़ा हिस्सा गिरने से, सात दबे और एक की मौत
दिल्ली के दयालपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, बता दे की एक जर्जर मकान का बड़ा हिस्सा गिरने से सात लोग दबे और एक की मौत हो गयी है

उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर स्थित बाबू नगर में रविवार तड़के एक जर्जर मकान का बड़ा हिस्सा जमींदोज हो गया। हादसे में एक ही परिवार के सात लोग मलबे में डाब गए। तेज़ आवाज से पड़ोसियों की नींद खुली तो वह बहार की और भागे। शुरुआत में पड़ोसियों ने ही बचाव कार्य शुरू कर मामले की सुचना पुलिस व दमकल विभाग को दी।
खबर मिलते ही पुलिस के अलावा दमकल की तीन गाड़िया, एम्बुलेंस, आपदा प्रबंधन, नगर निगम समेत बचाव दल की बाकी टीमें मौके पैर पहुंची। मोहम्मद सुलेमान और उसकी पत्नी व चार बच्चो को हादसे के कुछ ही देर बाद मलबे से निकालकर हॉस्पिटल पहुंचाया गया; जहा दो की हालत गंभीर बानी हुई है। वही मलबे में दबे सुलेमान के बड़े बेटे सुफियान को करीब दो घंटे बाद निकालकर जीटीबी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहा उससे मृत घोषित कर दिया गया।
दयालपुर थाना पुलिस ने इस सम्बन्ध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है| पुलिस के मुताबिक, मूलरूप से मेरठ के जाकिर कॉलोनी निवासी मोहम्मद सुलेमान अपने परिवार के साथ पिछले चार सालो से किराये के मकान में गली नंबर 5 बाबू नगर मुस्तफाबाद में रहता था| इसके परिवार में पत्नी शबनम इसकी दो बेटियां शबनूर और लयबा, सुफियान, फैज़ान, और आर्शियांन थे|
सुलेमान ने शमीम अहमद नामक व्यक्ति से चार साल पहले पूरा मकान किराये पर लिया हुआ था। मकान ग्राउंड फ्लोर के अलावा दो मंजिल बना था। उसकी दोनों ही छत्ते गाटर पटिया की बानी हुई थी। करीब 20 साल पहले बना मकान काफी जर्जर हो चूका था मकान के ग्राउंड फ्लोर पर सुलेमान अपना स्क्रैप का काम करता है जबकि पहली और दूसरी मंजिल पर इनकी रिहायश थी।
शनिवार देर रात को खाना खाने के बाद परिवार के सभी लोग पहली और दूसरी मंजिल पर सोने चले गए थे। सुफियान ग्राउंड फ्लोर पर डले लकड़ी के तख़्त पर सो रहा था। रविवार करीब 4.45 बजे मकान का अगला हिस्सा एक तेज़ आवाज के साथ गिर गया। इसके साथ ही घर में चीख पुकार मच गयी। आवाज सुनकर पडोसी मदद करने के लिए भागे सुलेमान की मकान के सामने वाली दिवार ज्यों की त्यों खड़ी थी।
अंदर का हिस्सा आधे से ज्यादा गिरा हुआ थाकरीब 5.00 बजे पुलिस को खबर दी गयी। इस बिच बचाव दल भी वाह पहुंच गया। फ़ौरन सुलेमान और उसकी पत्नी शबनम, बेटियों शबनूर लायबा और बेटे फैज़ान और अर्शियांन को मलबे से निकाल कर हॉस्पिटल भेजा गया शबनम और लायबा को छोड़कर सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छूटी दे दी गई। इस बिच बचाव कार्य जारी रहा।
सुबह करीब 7:00 बजे किसी तरह मलबे में दबे सुफियान को निकालकर हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां उससे मृत घोषित करदिया गया। पुलिस ने उसका शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है की मकान जर्जर होने की वजह से गिरा था। पुलिस ने इस सम्बन्ध में लापरवाही का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है
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