
परोल पर आने के बाद दर्शन ने 6 महीने के भीतर नजफगढ़ में मर्डर और जानलेवा हमला किया। बता दें कि पुलिस कमिश्नर की तरफ से आरोपी दर्शन की गिरफ्तारी पर 20 हजार रुपये का इनाम रखा गया था और उसपर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के एक रिश्तेदार का 2008 में कत्ल करने का आरोपी भी है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी पर अब तक कुल 3 हत्याएं और तीन जानलेवा हमले करने के संगीन केस दर्ज हो चुके थे। इसमें क्राइम ब्रांच की टीम पर भी हमला करने का केस शामिल है। क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार रात को दबोच लिया। आरोपी की पहचान कंझावला के सावदा गांव के निवासी दर्शन डबास (45) के रूप में हुई है और इससे देसी कट्टा और दो कारतूस भी बरामद किये गए।
डीसीपी राजेश देव ने बताया कि एसीपी संतोष कुमार की देखरेख में 13 मार्च की शाम करीब 6:40 बजे द्वारका सेक्टर-7 के गोकुल पार्क से दर्शन को दबोचा। जानकारी के मुताबिक आरोपी ने 15 सितंबर 2021 को साथी कृष्ण और उसके छोटे भाई राहुल के साथ नजफगढ़ के अमित शौकीन पर ताबड़तोड़ 15 गोलियां बरसाकर उसका मर्डर कर दिया था।
वह इस मर्डर के बाद से फरार चल रहा था और उस पर 20 हजार का इनाम रखा गया था। बता दें आरोपी दर्शन 4 बहनों का इकलौता भाई है और उसकी सभी बहनों की शादी हो चुकी है। माता-पिता का निधन हो चुका है। दर्शन की डीयू के राजधानी कॉलेज से 1998 में ग्रेजुएशन करने के बाद 2004 में उसकी शादी हुई। वह प्रॉपर्टी और फाइनेंस का काम करता था।
वह जुर्म की दुनिया में तब आया, जब पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के रिश्तेदार सोनू डागर का नजफगढ़ में हुए मर्डर में उसका नाम आया था। दर्शन का दावा है कि सोनू नाम का व्यक्ति उसकी पत्नी को कॉल कर परेशान करता था। इसके बाद गैंगस्टर प्रवीण राठौर उर्फ कालू बंजारा का 2018 में मर्डर किया।]
ये भी पढ़े: झगड़े के दौरान बदमाशों ने की युवक की गोली मारकर हत्या