दिल्ली में हाउस टैक्स में हो सकता है इजाफा, लाखों लोगों के लिए बड़ सकती है मुसीबत
दिल्ली में निगमों को एक करने के बाद संपत्ति से लेकर विभिन्न टैक्स में एकरूपता लाने के लिए अभी सोच विचार चल रहा है

दिल्ली में तीनो निगमों को एक करने का फैसला हो गया है जहां केंद्र सरकार ने इसकी नोटिफिकेशन जारी कर दी है। जिसके बाद यह दिल्ली नगर निगम (MCD) के नाम से जाना जायेगा। लेकिन इसी के चलते बहुत सी चुनौतियां भी सामने आ रही है जिससे बहुत से लोगों को नुकसान भी पहुंच सकता है।
बता दें कि दिल्ली में निगमों को एक करने के बाद संपत्ति से लेकर विभिन्न टैक्स में एकरूपता लाने के लिए अभी सोच विचार चल रहा है जहां जल्द ही पूर्व में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (NDMC) में लागू टैक्स को एमसीडी में लागू किया जा सकता है जिसकी वजह से उत्तरी व पूर्वी दिल्ली के लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ सकता है। अभी इस फैसले का निर्णय लिया जा सकता है क्योकि उत्तरी और पूर्वी निगम की तुलना में दक्षिणी निगम में प्रॉपर्टी टैक्स और लाइसेंस फीस ज्यादा है।
हालाँकि, इससे पहले तीनो निगमों कि अलग – अलग पालिसी थी जिसमे अलग टैक्स हुआ करता था लेकिन निगम के एक होने के बाद पालिसी को एक करने में समय लग सकता है और इसमें ज्यादातर दक्षिणी निगम में लागू पालिसी के आधार पर ही एमसीडी की नीति अपनाई जाएगी क्योकि रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिणी निगम का रेवेनुए सिस्टम ज्यादा मजबूत था। साथ ही कॉर्पोरेशन असेसमेंट समिति कि चार रिपोर्ट्स में प्रॉपर्टी टैक्स को बढ़ाने के लिए सिफारिश की गयी है लेकिन राजनीति के चलते यह पूरा नहीं हो पाया।
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