
पिछले साल की तरह कॉमन एंट्रेंस यूनिवर्सिटी टेस्ट में खामियों में कमी जरूर आई, लेकिन इस बार छात्रों को कई परेशानियों का सामने करना पड़ा।
दरअसल, कुछ एग्जाम सेंटर्स में सर्वर डाउन की शिकायतों के साथ स्टूडेंट्स और उनके परिवारवाले काफी परेशान हुए। ऐसें में कई सेंटर्स में एग्जाम समय पर हुए, जबकि कुछ में सर्वर डाउन की वजह से एग्जाम तीन-चार घंटे देरी से शुरू हुए।
गर्मी, भूख-प्यास-थकान से चूर इन स्टूडेंट्स के लिए CUET एक बड़ी चुनौती लेकर आया। जिसके चलते कई जगह परेशान अभिभावकों की नाराजगी भी साफ नज़र आई।
दूसरी ओर, सीयूईटी के एग्जाम को स्टूडेंट्स द्वारा आसान बताया गया। जानकारी के अनुसार, CUET तीन शिफ्ट में रखा गया था-सुबह 8.30 से 10.30, दोपहर 12 से 2 और शाम 3.30 से 6.30 बजे तक।
दरअसल, रविवार को पहले दिन दोपहर और शाम की शिफ्ट में कुछ सेंटर्स में स्टूडेंट्स सर्वर की दिक्कत की वजह से परेशान हुए। इसी बीच एनटीए की सीनियर डायरेक्टर साधना पराशर ने कहा, दिल्ली में दो सेंटर में शाम की शिफ्ट का एग्जाम देरी से शुरू हुआ।
तो वहीं जिन सेंटर्स में स्टूडेंट्स ज्यादा थे, वहां बायोमीट्रिक अटेंडेंस के वेरिफिकेशन के दौरान कुछ तकनीकी दिक्कत की वजह से यह देरी हुई। आपकों बता दे कि सीयूईटी के लिए देशभर के 14.99 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन किया है।
इस एग्जाम के स्कोर के अधार पर देश की 250 कॉलेज में अंडरग्रैजुएट कोर्सों के लिए दाखिले होंगे। गाजीपुर गांव में बने ईस्ट दिल्ली जोन सेंटर में हर शिफ्ट के एग्जाम में स्लो सर्वर की दिक्कत सामने आई।
12 बजे वाला एग्जाम 2 बजे शुरू हुआ। 6 बजे का एग्जाम 7 बजे। तो वहीं आखिरी पेपर 10 बजे खत्म हुआ था। दूर दूर से आए पैरेंट्स के लिए रात को देरी से जाना सुरक्षा के लिहाज से मुश्किल हुआ होगा। इन सभी घटनाओं को देखते हुए CUET एग्जाम की व्यवस्था पर कई सवाल खड़े होते है।
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