सुप्रीम कोर्ट ने दिया अहम निर्देश, स्कूलों में छात्राओं को मुफ्त मिलें सैनिटरी पैड
यह आदेश उन सभी स्कूलों के लिए है जहां पर अपर प्राइमरी/सेकेंडरी / हायर सेकेंडरी कक्षाओं में छात्राएं पढ़ती हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़...

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अहम फैसला सुनाते हुए सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों को एक खास निर्देश दिया है। इस निर्देश के तहत इन सभी को वहां पढ़ने वाली छात्राओं को मुफ्त सैनिटरी पैड देने के लिए कहा गया है। इसके लिए पैड्स के लिए वेंडिंग मशीन लगाने से लेकर पैड्स के निस्तारण के लिए समुचित व्यवस्था करनी होगी।
यह आदेश उन सभी स्कूलों के लिए है जहां पर अपर प्राइमरी/सेकेंडरी / हायर सेकेंडरी कक्षाओं में छात्राएं पढ़ती हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने यह फैसला सुनाया है। असल में अदालत में जया ठाकुर ने जनहित याचिका दी है। अदालत ने राज्य सरकारों को छात्राओं की सुरक्षा और साफ-सफाई का इंतजाम ‘करने के लिए भी कहा है। इसके अलावा स्कूलों में छात्राओं के लिए माहवारी के दौरान स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मानक आदर्श प्रक्रिया और प्रबंधन का नैशनल मॉडल विकसित करने को भी कहा है।
NEET-UG में आवेदन का 13 तक है मौका
नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET- UG) 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू की गई है। नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के मुताबिक देश के सबसे बड़े एंट्रेंस टेस्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का छात्रों को एक और मौका दिया गया है और 13 अप्रैल रात 11.30 बजे तक आवेदन किया जा सकता है।
13 अप्रैल को रात 11.59 मिनट तक ऑनलाइन फीस जमा करवाई जा सकती है। इस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 6 अप्रैल को खत्म हो गई थी और 10 अप्रैल तक छात्रों को फॉर्म में करेक्शन का मौका दिया गया था। एनटीए अधिकारियों का कहना है कि छात्रों की ओर से यह मांग की गई कि आवेदन प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाए क्योंकि बहुत से छात्र आवेदन पूरा नहीं कर पाए हैं।
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