Sharda Sinha का सिंगर बनने का सफर कुछ इस तरह रहा, देखे अनसीन तस्वीरें
शारदा सिन्हा को वर्ष 1991 में भारत सरकार द्वारा इनको पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया है। जो को उनके लिए और देश के लिए बहुत बड़ी...

बिहार ही नहीं बल्कि देश की जानी मानी लोकप्रिय गायिका में से एक नाम शारदा सिन्हा है जो आज किसी भी तरह के परिचय के मोहताज नही है। गायिका शारदा सिन्हा के गानें इस तरह है जैसे गाना सुनते ही मानो लोगो के सारे कष्ट दूर हो जाते हो। शारदा सिन्हा के गाने कुछ इतने ज्यादा अच्छे है की गाना सुनते ही लोगो को ऐसा लगता है की सिर्फ उनके गानों का हमेशा सुनते ही रहें।
जानकारी के लिए आपको बता दे की भारत की शान कहे जाने वाली गायिका शारदा सिन्हा का दो ही तरह का गाना बहुत ही अधिक चलता है। अगर सीधे तौर पर कहे तो शारदा सिन्हा का एक है शादी वाला गीत जो उत्तर प्रदेश और बिहार के किसी भी घरो में विवाह हो तो शारदा सिन्हा का गाना जरूर ही चलता है। अब बात आती है Sharda Sinha के दूसरे गाने की जो छठ पर्व का रहता है।
जैसा की आप सब लोग जानते ही होंगे की जब भी महा पर्व छठ पूजा आती है तो उससे पूर्व से ही गांवो में शारदा सिन्हा का गाना सभी जगह बजने लगता है। और शारदा सिन्हा के गाना में एक और खास बात यह है की शारदा सिन्हा का गाना बिलकुल पारिवारिक होता है।
अब आपको यह भी बता दें की शारदा सिन्हा को वर्ष 1991 में भारत सरकार द्वारा इनको पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया है। जो को उनके लिए और देश के लिए बहुत बड़ी बात है। आपको बता दे की सबसे अहम बात यह है की शारदा सिन्हा को दूसरी बार वर्ष 2001 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चूका है।
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