
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में काफी कमी आई है लेकिन शहर के अस्पतालों का कहना है कि डेंगू के मामलों में अचानक बढ़ोतरी होने से उनके बेड एक बार फिर से फुल चल रहे हैं। पिछले तीन से चार हफ्तों में, कुछ अस्पतालों का कहना है कि उन्होंने डेंगू बीमारी से पीड़ित रोगियों के बीच अस्पताल के बेडो की मांग में बड़ी वृद्धि देखी है।
जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते आपात स्थिति में एक 18 वर्षीय मरीज हॉस्पिटल आया था। उन्होंने लगातार उल्टी, पेट में दर्द और बड़े पैमाने पर आंतरिक रक्तस्राव की शिकायत करी। परीक्षण के बाद पुष्टि हुई कि मरीज डेंगू से पीड़ित था।
एम्स में मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ आशुतोष विश्वास ने कहा। कि मरीज को दो दिनों से तेज बुखार और पेट में दर्द था लेकिन उसने डेंगू की जांच नहीं कराई, ज्यादातर लोग यह गलती करते हैं। डेंगू की बीमारी के मामले में, वे ओवर-द-काउंटर दवाएं लेते हैं और स्थिति बिगड़ने तक घर पर प्रतीक्षा करते हैं।
आपको बता दे अगर एक या दो दिन में बुखार कम नहीं होता है तो लोगों को बुनियादी रक्त परीक्षण करवाना चाहिए और अगर पेट में दर्द, प्राकृतिक छिद्रों से रक्तस्राव, प्लेटलेट काउंट में तेजी से गिरावट या अत्यधिक कमजोरी जैसे चेतावनी के संकेत हैं तो तुरंत हॉस्पिटल जाएं।
ये भी पढ़े: जामा मस्जिद इलाके में नियमों को ताक पर रखकर बिक रहे है पटाखें