Head Injury Awareness: हल्के में ना लें सिर की चोट को, दुर्घटना से बचाव के बारे में बताएगा एम्स
भारत में हर कम से कम हर तीन मिनट में एक व्यक्ति सिर में गंभीर चोट की वजह से मौत होती है। ऐसे होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।

भारत में हर कम से कम हर तीन मिनट में एक व्यक्ति सिर में गंभीर चोट की वजह से मौत होती है। ऐसे होने वाली मौतों को रोका जा सकता है। इस दुर्घटना को कम करने के लिए एम्स, दिल्ली के न्यूरो सर्जरी विभाग ने एक अभियान की शुरुआत की है। जिसके चलते लोगों को सड़क सुरक्षा में दुर्घटना और ऊपर से गिरने पर सिर में लगी चोट से बचाव के बारे में बताया जाएगा।
एम्स के न्यूरोसर्जन डॉ. दीपक गुप्ता ने इस बारे में कहा कि एम्स ने ब्रेन इंजरी प्रिवेंशन इनिशिएटिव की शुरुआत कर दी है। जिससे लोगों को सड़क हादसे में बचाने के लिए सीट बेल्ट, एयरबैग, हेलमेट का प्रयोग करने के लिए कहा जाएगा। साथ ही ऊपर से गिरने से रोकने के लिए सुरक्षित बालकनी, बैरिकेडिंग और बाकि सुरक्षा को ध्यान में रखने के लिए जागरूक किया जाएगा।
बता दें कि देश में हर साल काफी गंभीर चोटें दर्ज की जाती हैं। पुरे वर्ष में सिर की चोट लगने से एक लाख 50 हजार मोते होती है। जिनमें से 25 फीसदी मौतें दोपहिया वाहन से होती हैं। ऐसी घटनाओं में अगर चालक ने हेलमेट पहना जाता है तो सिर में लगने वाली चोट को 50-60 फीसदी तक कम कर सकती है। बिना हेलमेट वाली सवारियों जैसे महिलाओं में हेलमेट पहने सवारों की तुलना में दो गुना ज्यादा मौतें होती है।
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