कैंसर, COPD (क्रोनिक पल्मोनरी आब्सट्रक्टिव डिजीज), हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक अन्य गंभीर बीमारियों की एक बड़ी वजह तंबाकू और धुमपान का सेवन है। इसलिए डाक्टर हमेशा कहते हैं कि तंबाकू हमरे लिए मौत की वजह होता है। तंबाकू और धुमपान का सेवन जितना जल्दी बंद करेंगे दिय उतना ही कैंसर, सीओपीडी हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा भी कम होता है।
जिस बीच राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के आंकड़े यह बताते हैं कि डेढ़ दशक में राजधानी में तंबाकू खाने वाले पुरुषों की संख्या करीब एक तिहाई कम हो गयी है। फिर भी 15 से 49 साल की उम्र के एक चौथाई से अधिक पुरुष तंबाकू कहते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए जानलेवा है। साल 2005-06 में हुए तीसरे राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के चलते दिल्ली में 40 फीसदी पुरुष तंबाकू का सेवन करते थे।
सिगरेट के पाकेट पर छपे हुई चेतावनी संदेश तथा कैंसर ट्यूमर के तस्वीर को देखकर लोग थोड़े सावधान हुए हैं पर तंबाकू की रोक के लिए अभी अधिक प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। धुमपान करने से सांस लेने वाली नली में भी सूजन आती है और सीओपीडी की वजह बनती है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर, कैंसर और धमनियों में ब्लाकेज होने की वजह भी बनती है।
2 प्रतिशत महिलाएं करती हैं तंबाकू का सेवन
राजधानी में साल 2015-16 के मुकाबले तंबाकू का सेवन करने वाली महिलाओं की गिनती थोड़ी बढ़ी है। बता दें, दिल्ली में लगभग 2.2 फीसदी महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं।
यह भी पढ़ें: दिल्ली के इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास दो गाड़ियों में टक्कर, 2 की मौत, 2 घायल