आजकल साफ पानी पीने के लिए RO सिस्टम लगवाना एक आम बात है। वहीं काफी लोग इसके लिए रोज वाटर प्लांट से पानी से भरा जार खरीदने का भी ऑप्शन चुनते हैं। दोनों ही जगह पानी को प्यूरिफाई करने के दौरान पानी काफी ज्यादा मात्रा में वेस्ट होता है। ऐसे में लोगों के मन में अक्सर ये बात आती है कि उस वेस्ट हो रहे पानी से हम नहा सकते हैं।
लेकिन सवाल ये है कि क्या उस पानी से नहाना शरीर के लिए ठीक है? अब जानेंगे की आखिर इसपर एक्सपर्ट अपनी क्या राय रखते हैं। इन सबसे पहले ये जान लेना जरूरी है कि वाटर प्यूरीफायर से एक लीटर साफ पानी निकालने के लिए 3 लीटर पानी का इस्तेमाल करना पड़ता है।
इसका मतलब ये हुआ कि पानी प्यूरिफाई होने के बाद उसमें से 2 लीटर पानी वेस्ट हो जाता है, जिसे हम नाली में बहा देते है। जानकारी के अनुसार, उस वेस्ट पानी में टोटल डिलालव्ड सॉलिड्स (TDS) की मात्रा कई ज्यादा होती है। जिसके कारण इसे पिया तो किसी भी हालत में नहीं जा सकता।
लेकिन, क्या इसे नहाया जा सकता है? देखिए एक्सपर्टस की माने तो इस पानी से नहाना भी संभव नहीं है। इसकी वजह ये है कि आरओ के वेस्ट वाटर में ऑर्गेनिक मैटर और इनऑर्गेनिक साल्ट अलग अलग मात्रा में मिलते है। जिसकी वजह से पानी दूषित हो चुका होता है। तो अगर उस पानी से नहाया जाएगा तो दादखाज, खुजली जैसी बीमारियां हो सकती हैं, तो वहीं सिर के बाल उड़ने भी शुरू हो सकते हैं।
लेकिन, देखा जाए तो पानी की बर्बादी भी ठीक नहीं। तो अब इस बचे हुए पानी का यूज कैसे करें? आप उस पानी को इकट्ठा करके अपने पौधों के गमलों में डालना शुरू कर सकते हैं। या फिर उस पानी को घर में पोंछा लगाने या टॉयलेट साफ करने में इस्तेमाल कर सकते हैं। तो वहीं कार बाइक को धोने में भी उस पानी का इस्तेमाल कियी जा सकता हैं।
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