
दिल्ली की महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगाए आरोपों से इनकार किया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने कहा था कि महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी के विभाग ने अपने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार सरकारी अधिकारी प्रेमोदय खाखा को ओएसडी के रूप में नियुक्त किया था।
महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने इस आरोप को ‘बिल्कुल झूठ’ बताया और कहा कि आरोपी कभी भी मेरे साथ ओएसडी के रूप में काम नहीं किया है। यह एक चौंकाने वाली घटना है क्योंकि यह आरोपी महिला एवं बाल विभाग में एक अधिकारी था। उन्होंने दिल्ली पुलिस से त्वरित करवाई करने की उम्मीद जताई है।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल घटना की खबर मिलते ही संबंधित अधिकारी को आरोपी अधिकारी को निलंबित करने के आदेश दिए।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने एक्स (ट्विटर) के माध्यम से कहा था कि नाबालिग से बलात्कार का आरोपी अधिकारी केजरीवाल सरकार का पसंदीदा था और डब्ल्यूसीडी मंत्री के ओएसडी के रूप में काम करने के लिए चुना गया था। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि केजरीवाल सरकार बताये कि बलात्कारी अधिकारी को अपने मंत्री का ओएसडी बनाने के लिए क्यों चुना गया।
तो वहीं दिल्ली भाजपा नेता बांसुरी स्वराज ने भी अधिकारी को निलंबित करने में देरी पर सवाल उठाते हुए आप पर हमला किया। बांसुरी स्वराज ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि जब 13 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई थी, तो अधिकारी को निलंबित करने में इतना समय क्यों लिया गया और मंत्री आतिशी इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं।
ज्ञात हो कि दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी प्रेमोदय खाखा पर अपने मृत दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया है। उसकी पत्नी पर इस कुकृत्य में उसका साथ (नाबालिग लड़की को गर्भपात की गोलियाँ) देने का आरोप है।
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