Aaj Ka Panchang 05 April: आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का वक्त
एक नहींए में तीस तिथियां होती हैं व ये तिथियां दो पक्षों में विभाजित होती हैं। शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि को पूर्णिमा व कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या कहलाती है।

आज का हिन्दू पंचांग
दिनांक – 05 अप्रैल 2023
दिन – बुधवार
विक्रम संवत् – 2080
शक संवत् – 1945
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – चतुर्दशी सुबह 09:19 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी सुबह 09:36 तक तत्पश्चात हस्त
योग – ध्रुव 06 अप्रैल प्रातः 03:17 तक तत्पश्चात व्याघात
राहु काल – दोपहर 12:43 से 02:16 तक
सूर्योदय – 06:29
सूर्यास्त – 06:56
दिशा शूल – उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:56 से 05:43 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:19 से 01:05 तक
व्रत पर्व विवरण – पूर्णिमा, हाटकेश्वर जयंती
विशेष – चतुर्दशी एवं पुर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
वैशाख मास 06 अप्रैल से 05 मई 2023
गर्मी से बचने हेतु उपाय
बायें नथुने से श्वास लें, ६० से ९० सेकंड श्वास अंदर रोककर गुरुमंत्र या भगवन्नाम का मानसिक जप करें और दायें नथुने से धीरे-धीरे छोड़े । ऐसा ३ से ५ बार करें । इससे कैसी भी गर्मी हो, आँखे जलती हों, चिड़चिड़ा स्वभाव हो, फोड़े-फुंसियाँ हो उनमे आराम हो जायेगा । रात को सोते समय थोडा-सा त्रिफला चूर्ण फाँक लेवें ।
गर्मी के दिनों में गर्मी से बचने के लिए लोग ठंडाइयाँ पीते हैं । बाजारू पेय पदार्थ, ठंडाइयाँ पीने की अपेक्षा नींबू की शिकंजी बहुत अच्छी है । दही सीधा खान स्वास्थ्य के लिए हितकारी नहीं हैं, उसमें पानी डाल के छाछ बनाकर जीरा, मिश्री आदि डाल के उपयोग करना हितकारी होता है ।
जिसके शरीर में बहुत गर्मी होती हो, आँखे जलती हो उसको दायी करवट लेकर थोडा सोना चाहिए, इससे शरीर की गर्मी कम हो जायेगी । और जिसका शरीर ठंडा पड जाता हो और ढीला हो उसको बायीं करवट सोना चाहिए, इससे स्फूर्ति आ जायेगी ।
पित्त की तकलीफ है तो पानी-प्रयोग करें (अर्थात रात का रखा हुआ आधा से डेढ़ गिलास पानी सुबह सूर्योदय से पूर्व पिया करें ) । दूसरा, आँवले का मुरब्बा लें अथवा आँवला रस व घृतकुमारी रस (Aloe Vera Juice)मिलाकर बना पेय पियें । इससे पित्त-शमन होता है ।
वातदोष हो तो आधा चम्मच आँवला पावडर, १ चम्मच घी और १ चम्मच मिश्री मिला के सुबह खाली पेट लेने से वातदोष दूर होते है ।
हनुमानजी जन्मोत्सव विशेष (06 अप्रैल 2023)
वास्तु शास्त्र
👉 यदि घर में देवी-देवताओं के चित्र लगे हों तो घर में कई तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है । वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में हनुमान जी की तस्वीर लगाने से कई लाभ मिलते हैं । अगर घर में वास्तु के नियमानुसार सही दिशा में सही तरह से हनुमानजी की तस्वीर लगाई जाए तो कई लाभ हो सकते हैं ।
👉 हनुमानजी बाल ब्रहमचारी है इसलिए उनकी तस्वीर बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए । बेडरूम में लगाई गई हनुमानजी की तस्वीर शुभ फल नहीं देती ।
👉 भगवान हनुमानजी की तस्वीर घर या दुकान में दक्षिण दिशा की ओर लगाना सबसे अच्छा माना जाता है । क्योंकि हनुमानजी ने अपनी शक्तियों का प्रयोग दक्षिण दिशा की ओर दिखाया था ।
👉 घर मे पंचमुखी, पर्वत उठाते हुए या राम भजन करते हुए हनुमानजी की तस्वीर लगाना सबसे अच्छा होता है । इससे घर के सभी दोष खत्म हो जाते हैं ।
👉 उत्तर दिशा में हनुमानजी की तस्वीर लगाने पर दक्षिण दिशा से आने वाली प्रत्येक नकारात्मक शक्ति को हनुमानजी रोक देते हैं । इससे घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है ।
👉 जिस रुप में हनुमानजी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हो, ऐसी तस्वीर घर में लगाने से किसी तरह की बुरी शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर पाती ।
👉 हनुमानजी की तस्वीर पर सिंदूर जरुर लगाना चाहिए । ऐसा न कर पाने पर सिंदूर का केवल तिलक भी किया जा सकता है । इससे सभी मनोकामनाएं जरुर पूरी होती हैं ।
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