दिनांक – 07 नवंबर 2021
दिन – रविवार
विक्रम संवत – 2078
शक संवत -1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया शाम 04:21 तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र – ज्येष्ठा रात्रि 09:05 तक तत्पश्चात मूल
योग – अतिगण्ड शाम 07:09 तक तत्पश्चात सुकर्मा
राहुकाल – शाम 04:35 से शाम 06:00 तक
सूर्योदय – 06:45
सूर्यास्त – 17:58
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
बच्चो को कफ हो तो
बच्चों को कफ की प्रधानता होती है | खुश्की होती है….साल में २-३ बार कफ जन्य रोग होते हैं …बच्चे बीमार होते हैं | बच्चो को अदरक का रस और शहद चटायें अथवा हरड और शहद चटा देव अथवा १ तोला ( १० ग्राम ) लहसुन, ५० ग्राम शहद कूटके चटनी बना दें …वो बच्चों को २-२ ग्राम चटावें | बच्चे बढ़िया रहेंगे |
वास्तु शास्त्र
घर में तिजोरी के आसपास और किचन में जूते-चप्पल नहीं लेकर जाना चाहिए। ये आदत आपके लिए कई तरह के नुकसान का कारण बन सकती है।
सौभाग्य और ऐश्वर्य बढाने हेतु
शुक्रवार के दिन जो लोग अपने जीवन में सुख सौभाग्य और ऐश्वर्य को बढ़ाना चाहे वे शुक्रवार का व्रत करें | व्रत मतलब नमक -मिर्च बिना का भोजन ..खीर आदि खा सकते हैं और जप ज्यादा करें |
करेला कैसे खाये
हमारे शरीर में छ: रस चाहिए – मीठा, खट्टा, खारा, तीखा, कषाय और कड़वा | पांच रस, खट्टा/खारा/तीखा, तो बहुत खाते हैं लेकिन कड़वा नहीं खाते हैं | कड़वा कुदरत ने करेला बनाया है, लेकिन करेले को निचोड़ के उस की कड़वाहट निकाल देते हैं | करेले का छिलका नहीं उतारना चाहिए और उसका कड़वा रस नहीं निकालना चाहिए | हफ्ते में, पन्द्रह दिन में एक दिन करेला खाना तबियत के लिए अच्छा है |
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