Aaj Ka Panchang 18 June: श्री गणेश चतुर्थी व्रत, जानें आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त
Aaj Ka Panchang 18 June: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनांक 18 जून 2022
दिन – शनिवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत – 1944
अयन – उत्तरायण
ऋतु – ग्रीष्म
मास – आषाढ़
पक्ष – कृष्ण
तिथि – पंचमी रात्रि 12:19 तक तत्पश्चात षष्टी
नक्षत्र – श्रवण सुबह 07:39 तक तत्पश्चात धनिष्ठा
योग – वैधृति दोपहर 01:50 तक तत्पश्चात विष्कम्भ
राहु काल – सुबह 09:18 से 10:59 तक
सूर्योदय – 05:54
सूर्यास्त – 07:27
दिशा शूल – पूर्व दिशा में
ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 04:31 से 05:13 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:20 से 01:02 तक
व्रत पर्व विवरण – पंचक प्रारंभ
विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है ।
(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
शनिवार के दिन विशेष प्रयोग
‘ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं – ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी । जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी ।’ (ब्रह्म पुराण)
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय’ मन्त्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण’)
हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)
आर्थिक कष्ट निवारण हेतु
एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ’ मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।
ऋषिप्रसाद – मई 2018 से
माँगलिक है तो...
छोकरी माँगलिक है, शादी नहीं होती । छोकरा माँगलिक है शादी हो के टूट जाती है । मंत्र है ‘अं रां अं’ एक माला जप करें और हनुमानजी को थोड़ा सिंदूर और तेल का चोला चढ़ावे सात मंगलवार अथवा शनिवार, तो माँगलिक ग्रह भाग जायेगा ।
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