धर्म
Aaj ka Panchang 25 May: आज बन रहा अत्यंत चार शुभ योग पढ़िए दैनिक पंचांग
Aaj ka Panchang 25 May: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनांक – 25 मई 2023*
दिन – गुरुवार*
विक्रम संवत् – 2080*
शक संवत् – 1945*
अयन – उत्तरायण*
ऋतु – ग्रीष्म*
मास – ज्येष्ठ*
पक्ष – शुक्ल*
तिथि – षष्ठी 26 मई प्रातः 05:19 तक तत्पश्चात सप्तमी*
नक्षत्र – पुष्य शाम 05:54 तक तत्पश्चात अश्लेषा*
योग – वॄद्धि शाम 06:08 तक तत्पश्चात ध्रुव*
राहु काल – दोपहर 02:17 से 03:57 तक*
सूर्योदय – 05:55*
सूर्यास्त – 07:18*
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:30 से 05:13 तक*
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:15 से 12:58 तक*
व्रत पर्व विवरण – स्कंद षष्ठी, अरण्य षष्ठी, संत टेऊँरामजी पुण्यतिथि, महारानी लक्ष्मीबाई बलिदान दिवस (झाँसी), गुरुपुष्यामृत योग
विशेष -षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
25 मई 2023 : गुरुपुष्यामृत योग
पुण्य काल – 25 मई सूर्योदय से शाम 05:54 तक*
पुष्य नक्षत्र का गुरुवार से योग होने पर वह अति दुर्लभ ‘गुरुपुष्यामृत योग’ कहलाता है ।*
गुरुपुष्यामृत योग व्यापारिक कार्यों के लिए तो विशेष लाभदायी माना गया है ।*
गुरुपुष्यामृत योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है ।*
गुरुपुष्यामृत योग में विद्या एवं धार्मिक अनुष्ठान प्रारम्भ करना, आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना शुभ होता है ।*
गुरुपुष्यामृत योग में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित है ।*
कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में
बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें ।
गुरुवार विशेष
हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।
गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :
एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।*
*ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।*
फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।*
लोक कल्याण सेतु , अंक – ११६
गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।
गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा