धर्म

Aaj Ka Panchang 27 February 2023: आज होलाष्टक प्रारंभ, जानें शुभ मुहूर्त

Aaj ka Panchang 27 February: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनांक – 26 फरवरी 2023

दिन – रविवार

विक्रम संवत् – 2079

शक संवत् – 1944

अयन – उत्तरायण

ऋतु – वसंत

मास – फाल्गुन

पक्ष – शुक्ल

तिथि – सप्तमी रात्रि 12:58 तक तत्पश्चात अष्टमी

नक्षत्र – भरणी प्रातः 03:59 तक तत्पश्चात कृतिका

योग – इन्द्र शाम 04:27 तक तत्पश्चात वैधृति

राहु काल – शाम 05:14 से 06:41 तक

सूर्योदय – 07:04

सूर्यास्त – 06:41

दिशा शूल – पश्चिम दिशा में

ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:25 से 06:15 तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:28 से 01:17 तक

व्रत पर्व विवरण – होलाष्टक प्रारम्भ, रविवारी सप्तमी

विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

होलाष्टक प्रारम्भ – 26 फरवरी से 06 मार्च 2023

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से लेकर फाल्गुन मास की पूर्णिमा यानी होली के दिन तक का काल “होलाष्टक” कहलाता है । इन दिनों में शादी, ब्याह, सगाई आदि के काम नहीं किये जाते, लेकिन अगर जप-तप करते हैं तो बहुत फायदा होता है ।*

रविवारी सप्तमी : 26 फरवरी 2023

पुण्यकाल : 26 फरवरी सूर्योदय से रात्रि 12:58 तक*

इस दिन किया गया जप-ध्यान का लाख गुना फल होता है ।*

रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे, तो घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं

सूर्य पूजन विधि:

*१ सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ, आरती करें ।*

२) जल में थोड़े चावल, शक्कर, गुड़, लाल फूल या लाल कुमकुम मिलाकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें ।*

सूर्य अर्घ्य मंत्र

01. ॐ मित्राय नमः।*
02.ॐ रवये नमः।
03. ॐ सूर्याय नमः।*
04. ॐ भानवे नमः।*
05. ॐ खगाय नमः।*
06. ॐ पूष्णे नमः।*
07. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।*
08. ॐ मरीचये नमः।*
09. ॐ आदित्याय नमः।*
10. ॐ सवित्रे नमः।*
11. ॐ अर्काय नमः।*
12. ॐ भास्कराय नमः।*
13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः ।*
(शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*

विशेष – घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।*

 रविवार विशेष

रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*

रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*

रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।*

रविवार को आँवले का सेवन नहीं करना चाहिए ।*

स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*

रविवार के दिन पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है ।

रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।
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