दिनांक 29 अप्रैल 2022
दिन -शुक्रवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत – 1944
अयन – उत्तरायण
ऋतु – ग्रीष्म
मास – वैशाख
पक्ष – कृष्ण
तिथि – चतुर्दशी रात्रि 12:57 तक तत्पश्चात अमावस्या
नक्षत्र – रेवती शाम 06:43 तक तत्पश्चात अश्विनी
योग – विष्कम्भ शाम 04:29 तक तत्पश्चात प्रिती
राहुकाल – सुबह 11:00 से दोपहर 12:37 तक
सूर्योदय – 06:08
सूर्यास्त – 07:06
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:40 से 05:24 तक
अभिजित मुहूर्त – दोपहर 12:11से 01:03 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.15 से 12:59 तक
व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि
विशेष – चतुर्दशी को तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।
(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
आर्थिक परेशानी से बचने हेतु
हर महीने में शिवरात्रि (मासिक शिवरात्रि-कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी) को जिसके घर में आर्थिक कष्ट रहते है वो श्याम के समय या संध्या के मसय जप-प्रार्थना करें एवं शिवमंदिर में दीप-दान करे । और रात को जब 12 बजे जायें तो थोड़ी देर जाग कर जप और एक श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें । तो आर्थिक परेशानी दूर हो जायेगी ।
कर्जा से मुक्ति हेतु
हर मासिक शिवरात्रि को सूर्यास्त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते-करते ये 17 मंत्र बोलें, जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो, वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोले । इससे कर्जा से मुक्ति मिलेगी…
1). ॐ नमः शिवाय नमः
2). ॐ सर्वात्मने नमः
3). ॐ त्रिनेत्राय नमः
4). ॐ हराय नमः
5). ॐ इर्न्द्मखाय नमः
6). ॐ श्रीकंठाय नमः
7). ॐ सद्योजाताय नमः
8). ॐ वामदेवाय नमः
9). ॐ अघोरर्ह्द्याय नमः
10). ॐ तत्पुरुषाय नमः
11). ॐ ईशानाय नमः
12). ॐ अनंतधर्माय नमः
13). ॐ ज्ञानभूताय नमः
14). ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नमः
15). ॐ प्रधानाय नमः
16). ॐ व्योमात्मने नमः
17). ॐ युक्तकेशात्मरुपाय नमः
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