धर्म
Aaj ka Panchang 1 June: विष्णु जी के प्रिय दिन से हो रही है जून माह की शुरुआत, पंचांग अनुसार
Aaj ka Panchang 1 June: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनांक – 01 जून 2023*
दिन – गुरुवार*
विक्रम संवत् – 2080*
शक संवत् – 1945*
अयन – उत्तरायण*
ऋतु – ग्रीष्म*
मास – ज्येष्ठ*
पक्ष – शुक्ल*
तिथि – द्वादशी दोपहर 01:39 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*
नक्षत्र – चित्रा सुबह 06:48 तक तत्पश्चात स्वाती*
योग – वरियान शाम 07:00 तक तत्पश्चात परिघ*
राहु काल – दोपहर 02:18 से 03:49 तक*
सूर्योदय – 05:54*
सूर्यास्त – 07:21*
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:30 से 05:12 तक*
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:16 से 12:59 तक*
व्रत पर्व विवरण – प्रदोष व्रत*
विशेष – द्वादशी को पूतिका (पोई) एवं त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*द्वादशी को तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित है ।*
निर्जला एकादशी व्रत तोड़ने की विधि:-*
01 जून को सुबह जल्दी उठकर स्नान करके अपना जप का नियम करके फिर सूर्य को लाल फूल डालकर अर्ध्य दें ।*
7 भुने हुए चने को बीच से तोड़कर कुल 14 टुकड़े हाथ मे लेकर खड़े हो जाये*
(14 टुकड़ों को ) एक टुकड़ा आगे एक पीछे फेंकते जाएं, कि मेरे समस्त पाप संतापों का नाश हो, अंतःकरण शुद्ध हो ॐ ॐ ॐ*
कुछ भुने हुए चने खा लें, जिससे जमा हुआ कफ चने के साथ शरीर से बाहर आ जाये ।*
उसके बाद गुनगुने पानी मे नीबू की शिकंजी (सेंधा नमक भी अल्प मात्रा में डालें) बनाकर पियें*
एक डेढ़ घण्टे बाद बहुत पतली मूँग (बगैर मिर्च मसाले के हल्दी-धनिया डालकर) अथवा मूंग का पानी एक चम्मच घी डालकर खाएं ।*
01 जून को पूरे दिन गुनगुना पानी ही पियें तो अच्छा होगा, कोई भी भारी चीज न खाएं, पूरा दिन मूँग ही खाएं तो अतिउत्तम होगा ।*
धंधे में बरकत एवं घर के क्लेश मिटाने हेतु
घर में अगर कोई मुसीबत है, कोई चिंता है, कोई भूत-प्रेत का साया है, बेरोजगारी है अथवा कुछ गड़बड़ है तो ताबीजों में, डोरे-धागों में और अला बाँधू, बला बाँधू…. भूत बाँधू इन झाड़-फूँक करनेवालों के चक्कर में मत पड़ो । पानी सामने रखो और गुरुगीता का पाठ करके पानी में देखो, फिर ‘ॐ गुरु, ॐ गुरु…’ जप करके वह पानी घर में छिड़को और तुम पियो । इससे काम-धंधे में बरकत चाहिए तो बरकत होती है, घर के क्लेश मिटाने हैं उसमें भी लाभ होता है तथा तुम्हें और कोई विघ्न-बाधा है तो वह भी दूर होती है ।*
गुरुवार विशेष
हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।*
गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :*
एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।*
*ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।*
फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।*
*( लोक कल्याण सेतु , अंक – ११६ )*
गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।*
गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा ।