धर्म
तुलसी में जल अर्पित करते समय ये मंत्र बोलने से होगा 1000 गुना फायदा
हिंदू धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है। तुलसी का हरा भरा पौधा सुख - समृद्धि का प्रतीक है । मां लक्षमी की कृपा होती है।

सनातन धर्म में तुलसी का पौधा जहां घर में सकारात्मक उर्जा का संचार करता है। इसी के साथ तुलसी का हरा भरा पौधा सुख – समृद्धि का प्रतीक है। हिंदू धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है।
तुलसी पूजा को लेकर वास्तू में जरूरी नियम बनाए गए है। नियमों के अनुसार, जो भी तुलसी में जल अर्पित करता है उसके ऊपर मां लक्षमी की कृपा होती है।
साथ ही वास्तू के अनुसार भी तुलसी के कई नियम बताए गए है। जैसे, तुलसी को सही दिशा में रखने से ही फलों की प्राप्ती होती है। अब इसी को लेकर, तुलसी में जल देने के भी कई नियम है।
- तुलसी को बिना नहाए छूना भी पाप माना जाता है। इसलिए हमेशा नहाने के बाद ही तुलसी में जल चढ़ाए।
- मान्यता है कि तुलसी में जल अर्पित करने से पहले खाना नहीं चाहिए।
- ऐसी भी मान्यता है कि तुलसी को जल अर्पित करने से पहली शरीर पर बिना सिलाई का कपड़ा धारण करें।
- रविवार के दिन तुलसी पर बिलकुल भी जल अर्पित ना करें। इस दिन तुलसी मां विश्राम पर होती है।
- एकादशी के दिन भी तुलसी पर जल अर्पित ना करें। इस दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्रजला वृत रखती है।
- तुलसी में ज्यादा पानी ना डाले।
जल अर्पित करते समय बोले ये मंत्र
मंत्र- महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
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