जानिए क्यों नहीं पीना चाहिए जन्माष्टमी के व्रत में सूर्यास्त के बाद पानी
Krishan Janmashtami 2021: कृष्णा जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी भी कहा जाता है। श्रीकृष्ण के जन्म के अवसर पर यह त्यौहार मनाया जाता है

कृष्णा जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी भी कहा जाता है। श्रीकृष्ण के जन्म के अवसर पर यह त्यौहार मनाया जाता है, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, यह त्यौहार कृष्ण पक्ष के आठ वें दिन श्रावण या भाद्रपद के महीने में मनाया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि जन्माष्टमी के दिन व्रत रखने का विशेष महत्व होता है, और जो कोई इस दिन व्रत रखता है उसकी हर कामना को श्री कृष्ण पूरा कर देते हैं। इस पर्व पर व्रत रखने के कुछ नियम भी होते हैं, और व्रत रखते समय इन नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए।ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति इन नियमों के तहत जन्माष्टमी वाले दिन व्रत नहीं रखता है, उसे व्रत रखने का फल नहीं मिलता है।
जन्माष्टमी के व्रत पर सूर्यास्त के बाद नहीं पीना चाहिए पानी-
जन्माष्टमी के व्रत पर सूरज डूबने के बाद पानी पीना वर्जित माना जाता है , बता दें इस व्रत में आप पूरे दिन पानी का सेवन कर सकते हैं। जो लोग यह व्रत रखते हैं, उन्हें सूरज डूबने से लेकर कृष्ण जन्म के समय तक पानी का सेवन करना वर्जित होता है।
ये भी पढ़े: जन्माष्टमी पर ऐसे करें श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना, होंगे कई लाभ