इन देवी देवताओं को 56 प्रकार के व्यंजन नहीं ये भोग है पसंद, जानें
यूं तो हर किसी को ईश्वर की प्राप्ति के लिए एक कठोर परीक्षा करनी होती है। ऐस में हर कोई अपनी भक्ति से भगवान को प्रसन्न करने के अलग तरीके अपनाता है।

यूं तो हर किसी को ईश्वर की प्राप्ति के लिए एक कठोर परीक्षा करनी होती है। ऐस में हर कोई अपनी भक्ति से भगवान को प्रसन्न करने के अलग अलग तरीके अपनाता है। कोई भगवन को 56 भोग लगाकर प्रसन्न करने की कोशिश करता है। या कोई उनकी भक्ति में लीन होकर व्रत रखकर उन्हें पाने की कोशिश करता हैं।
लेकिन क्या आप जानते है कि देवी देवता 56 भोगों से नहीं बल्कि अपने पसंददीदा व्यंजन से अधिक प्रसन्न होते है। हिन्दू धर्म पुराण में हर भगवान के मन पसंद भोग के बारे में बताया गया है। आज जानते है कि किस देवी देवता को कौन सा भोग अर्पण करना बेहतर है।
गणपति बप्पा
गणेश जी को मोदक लड्डू बहुत प्रिय है। उन्हें मोती चूर के लड्डू व बेसन के लड्डू भी चढ़ाये जाते हैं।
भोले भंडारी शिवजी
शिवजी को पंचामृत अमृत बहुत पसंद है। यह दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से मिलकर बनता है।
भगवान विष्णु
भगवान विष्णु यानि श्री हरी को खीर या सूजी के हलवे का भोग बहुत पसंद है। उनके भोग को प्रसाद के रूप में बांटते हुए उसमे तुलसी का पत्ता मिलाकर देने से भगवान विष्णु अधिक प्रसन्न होते है।
माँ दुर्गा
माँ दुर्गा को शक्ति का प्रतिक माना जाता है। उनकी पूजा में भोग के तोर पर सफ़ेद मिठाया चढ़ाना बहुत अच्छा माना जाता है। दूध से बने व्यंजन से उनका मन अधिक प्रसन्न होता है।
देवी सरस्वती
देवी सरस्वती जिन्हे ज्ञान की देवी माना जाता हैं। उन्हें भोग में सफ़ेद चीज़े चढ़ाना बहेतर माना जाता है। जैसे- पंचामृत, दूध-दही, मक्खन, सफेद तिल के लड्डू।
हनुमान जी
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें चोला चढ़ाना अच्छा माना जाता है। इसके अलावा भोग में उन्हें मोती चूर के लड्डू व बेसन के लड्डू बहुत प्रिय है। उन्हें हलवा, पंच मेवा, गुड़ से बने लड्डू, मीठा पान चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं।
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