धर्म

आज का हिन्दू पंचांग 21 अप्रैल: धनु राशि में चंद्रमा, ये है आज की तिथि

आज का हिन्दू पंचांग 21 अप्रैल: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनांक 21 अप्रैल 2022

दिन – गुरुवार

विक्रम संवत – 2079

शक संवत – 1944

अयन – उत्तरायण

ऋतु – ग्रीष्म

मास – वैशाख

पक्ष – कृष्ण

तिथि – पंचमी सुबह 11:12 तक तत्पश्चात षष्टी

नक्षत्र – मूल रात्रि 09:52 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा

योग – परिघ सुबह 10:27 तक तत्पश्चात शिव

राहुकाल – अपरान्ह 02:15 से 03:51 तक

सूर्योदय – 06:14

सूर्यास्त – 07:03

दिशाशूल – दक्षिण दिशा में

ब्रह्म मुहूर्त– प्रातः 04:45 से 05:30 तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.16 से 01:00 तक

व्रत पर्व विवरण – परम पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू के अवतरण दिवस, मछिन्द्रनाथ पुण्यतिथि

विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

ग्रीष्म ऋतू : 20 अप्रैल से 20 जून तक

ग्रीष्मकालीन समस्याओं व गर्मी से बचने हेतु उपाय

(भाग – १)
१] ग्रीष्म ऋतू में खान-पान सुपाच्य हो, थोडा कम हो, पानी पीना अधिक हो और रात्रि को जल्दी शयन करें | भोर (प्रात:काल) में नहा-धो लें ताकि गर्मी निकल जाय | नहाने में मुलतानी मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं |

२] बायें नथुने से श्वास लें, ६० से ९० सेकंड श्वास अंदर रोककर गुरुमंत्र या भगवन्नाम का मानसिक जप करें और दायें नथुने से धीरे-धीरे छोड़े | ऐसा ३ से ५ बार करें | इससे कैसी भी गर्मी हो, आँखे जलती हों, चिड़चिड़ा स्वभाव हो, फोड़े-फुंसियाँ हो उनमे आराम हो जायेगा | रात को सोते समय थोडा-सा त्रिफला चूर्ण फाँक लेवें |

३] गर्मी के दिनों में गर्मी से बचने के लिए लोग ठंडाइयाँ पीते हैं | बाजारू पेय पदार्थ, ठंडाइयाँ पीने की अपेक्षा नींबू की शिकंजी बहुत अच्छी है | दही सीधा खान स्वास्थ्य के लिए हितकारी नहीं हैं, उसमें पानी डाल के छाछ बनाकर जीरा, मिश्री आदि डाल के उपयोग करना हितकारी होता है |

४] जिसके शरीर में बहुत गर्मी होती हो, आँखे जलती हो उसको दायी करवट लेकर थोडा सोना चाहिए, इससे शरीर की गर्मी कम हो जायेगी | और जिसका शरीर ठंडा पड जाता हो और ढीला हो उसको बायीं करवट सोना चाहिए, इससे स्फूर्ति आ जायेगी |

५] पित्त की तकलीफ है तो पानी-प्रयोग करें (अर्थात रात का रखा हुआ आधा से डेढ़ गिलास पानी सुबह सूर्योदय से पूर्व पिया करें )| दूसरा, आँवले का मुरब्बा लें अथवा आँवला रस व घृतकुमारी रस (Aloe Vera Juice)मिलाकर बना पेय पियें | इससे पित्त-शमन होता है |

६] वातदोष हो तो आधा चम्मच आँवला पावडर, १ चम्मच घी और १ चम्मच मिश्री मिला के सुबह खाली पेट लेने से वातदोष दूर होते है |
Hair Crown

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