आज का हिन्दू पंचांग 30 अप्रैल: आज शनि अमावस्या का पावन व्रत जानें शनिवार का शुभ- अशुभ मुहूर्त
आज का हिन्दू पंचांग 30 अप्रैल: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनाक 30 अप्रैल 2022
दिन– शनिवार
विक्रम संवत – 2079
शक संवत – 1944
अयन – उत्तरायण
ऋतु – ग्रीष्म
मास – वैशाख
पक्ष – कृष्ण
तथि – अमावस्या रात्रि 01:57 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र – अश्विनी रात्रि 08:13 तक तत्पश्चात भरणी
योग – प्रिती अपरान्ह 03:20 तक तत्पश्चात आयुष्मान
राहुकाल – सुबह 09:22 से दोपहर 11:00 तक
सूर्योदय – 06:08
सूर्यास्त – 07:07
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
ब्रह्म मुहूर्त– प्रातः 04:39 से 05:23 तक*
अभिजित मुहूर्त – दोपहर 12:11से 01:03 तक*
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.15 से 12:59 तक*
व्रत पर्व विवरण – अमावस्या , आशिंक सूर्यग्रहण
आंशिक सूर्यग्रहण
भारत के समय अनुसार 30 अप्रैल मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट पर सूर्यग्रहण शुरू होगा और अगले दिन यानी 01 मई को सुबह 04 बजकर 07 मिनट तक रहेगा ।
कहाँ-कहाँ दिखाई देगा सूर्य ग्रहण ?
यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन यह अटलांटिक, अंटार्कटिका, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।
ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा और ना ही इसका सूतक काल माना जाएगा ।
अमावस्या ( 30 अप्रैल ) के दिन ध्यान रखने की बात
1.जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।
(स्कन्द पुराण, प्रभाव खं. 207.11.13)
2.अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ” ब्रम्ह हत्या ” का पाप लगता है ! -विष्णु पुराण
3.अमावस्या के दिन तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।
(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
4.ज़मीन है अपनी… खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें …. न मजदूर से करवाएं |
5. जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें …और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें … सूर्य को अर्घ्य दें… और प्रार्थना करें ” आज जो मैंने पाठ किया …अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं …उनको उसका पुण्य मिल जाये | ” तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |
6.कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।
दीक्षा में जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।
नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए
घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।
यह भी पढ़े: Guru Tegh Bahadur Prakash Parv के पावन अवसर पर करे इन विचारों का पालन