Aaj ka Panchang 14 September: आज भाद्रपद अमावस्या, जानें आज के शुभ मुहूर्त का समय

Aaj ka Panchang 14 September: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

दिनांक – 14 सितम्बर 2023

दिन – गुरुवार

विक्रम संवत् – 2080

शक संवत् – 1945

अयन – दक्षिणायन*

ऋतु – शरद*

– भाद्रपद (गुजरात महाराष्ट्र में श्रावण)*

पक्ष – कृष्ण*

तिथि – अमावस्या पूर्णरात्रि तक*

नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी 15 सितम्बर प्रातः 04:54 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*

– साध्य 15 सितम्बर प्रातः 03:00 तक तत्पश्चात शुभ*

राहु काल – दोपहर 02:08 से 03:40 तक*

सूर्योदय – 06:26*

दिशा शूल – उत्तर दिशा में*

ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:52 से 05:39 तक*

निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:12 से 12:59 तक*

व्रपर्व विवरण – दर्श अमावस्या, राष्ट्रभाषा दिवस*

विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

भाद्रपद अमावस्या

14 सितम्बर प्रातः 04:48 से 15 सितम्बर सुबह 07:09 तक अमावस्या ।*

नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए

घर में हर अमावस्या अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।

अमावस्या विशेष

1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है ।*
*(स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)

2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है ! (विष्णु पुराण)*

4. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं ।*

5. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें । सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें । आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए । इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी ।

गरीबी भगाने का शास्त्रीय उपाय

गरीबी है, बरकत नहीं है, बेरोजगारी ने गला घोंटा है तो फिक्र न करो । हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें ।*

सामग्री : १. काले तिल २. जौ ३. चावल ४. गाय का घी ५. चंदन पाउडर ६. गूगल ७. गुड़ ८. देशी कपूर एवं गौ चंदन या कण्डा ।*

विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवन कुण्ड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये मंत्रों से ५ आहुति दें ।
आहुति मंत्र
१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः
२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः
३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः
४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*

इस प्रयोग से थोड़े ही दिनों में स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की प्रसन्नता दिखायी देगी ।

आरोग्यप्रदायक – सूर्य मन्त्र

ॐ नमोऽस्तु दिवाकराय अग्नि तत्वप्रवर्धकाय शमय शमय शोषय शोषय अग्नितत्वं समतां कुरु कुरु ॐ ।

गर्मी से उत्पन्न शारीरिक रोग, बुद्धि की विकलता ( उन्माद ,पागलपन ) अथवा दुर्बलता, दृष्टि-रोग, अग्नि- तत्व की बिषमता, शरीर में जलन आदि हो तो इनके निवारण के लिए सूर्य मन्त्र हैं । किसी भी अमावस्या को 40 बार जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता हैं । – पूज्य बापूजी*
Accherishtey
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