Aaj ka Panchang 18 September: हरतालिका तीज आज, पंचांग से जानिए शुभ मुहूर्त समय

Aaj ka Panchang 18 September: राहुकाल और शुभमुहूर्त के साथ जानें कैसे लगेगा कार्यस्थल पर मन और उन्नतिकारक कुंजियाँ

नांक – 18 सितम्बर 2023

दन – सोमवार

विक्रम संवत् – 2080

शक संवत् – 1945*

अयन – दक्षिणायन*

ऋतु – शरद*

मास – भाद्रपद*

पक्ष – शुक्ल*

तिथि – तृतीया दोपहर 12:39 तक तत्पश्चात चतुर्थी*

नक्षत्र – चित्रा दोपहर 12:08 तक तत्पश्चात स्वाती*

योग – इन्द्र 19 सितम्बर प्रातः 04:24 तक तत्पश्चात वैधृति*

राहु काल – शाम 05:10 से 06:42 तक*

सूर्योदय – 06:27*

सूर्यास्त – 06:41*

दिशा शूल – पूर्व दिशा में*

ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:53 से 05:40 तक*

निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:10 से 12:57 तक*

व्रत पर्व विवरण – हरितालिका तीज, चतुर्थी (चन्द्र-दर्शन निषिद्ध – रात्रि 08:40), संत चरणदास जी जयन्ती (ति.अ. )*

विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है । चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

हरितालिका तीज 18 सितंबर 2023

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत किया जाता है । विधि-विधान से हरितालिका तीज का व्रत करने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है, वहीं विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य मिलता है ।

गणेश चतुर्थी : 19 सितम्बर 2023

गणेश चतुर्थी का व्रत एवं पूजन 19 सितम्बर 2023 को है । ‘इस दिन स्नान, दान, जप और उपवास करने से 100 गुना फल होता है ।’ (भविष्यपुराण)*

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी (कलंकी चौथ) को चन्द्रदर्शन करने से मिथ्या दोष लगता है । इस वर्ष दिनांक 18 सितम्बर और 19 सितम्बर – दो दिन चन्द्रदर्शन न करें ।

18 सितम्बर – चन्द्रदर्शन निषिद्ध (चन्द्रोस्त – रात्रि 08:40)

19 सितम्बर – चन्द्रदर्शन निषिद्ध (चन्द्रोस्त – रात्रि 09:18)

भूलवश चन्द्रदर्शन हो जाये तो उसका प्रभाव कम करने के लिये –

इस मंत्र का 21, 51 या 108 बार जप करके पवित्र किया हुआ जल पीयें ।

मंत्र:-
सिंहः प्रसेनमवधीत् सिंहो जाम्बवता हतः ।
सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः ।।

अर्थ – ‘सुंदर सलोने कुमार ! इस मणि के लिये सिंह ने प्रसेन को मारा है और जाम्बवान् ने उस सिंह का संहार किया है; अतः तुम रोओ मत । अब इस स्यमन्तक मणि पर तुम्हारा ही अधिकार है ।’
*(ब्रह्मवैवर्तपुराण)

*‘श्रीमद् भागवत’ के 10वें स्कंध के 56-57वें अध्याय में दी गयी ‘स्यमंतक मणि की चोरी’ की कथा का आदरपूर्वक पठन-श्रवण करना चाहिए ।

भाद्रपद शुक्ल तृतीया या पंचमी के चन्द्रमा का दर्शन करना चाहिए ।

चतुर्थी – 19 सितम्बर 2023

भविष्य पुराण के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का नाम ‘शिवा’ है । इस दिन किये गये स्नान, दान, उपवास, जप आदि सत्कर्म 100 गुना हो जाते हैं ।

इस दिन जो स्त्री अपने सास-ससुर को गुड़ के तथा नमकीन पुए खिलाती है वह सौभाग्यवती होती है । पति की कामना करनेवाली कन्या को विशेषरूप से यह व्रत करना चाहिए ।यह भी पढ़ें: दिल्ली के इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास दो गाड़ियों में टक्कर, 2 की मौत, 2 घायल

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