History of Mother’s Day : कब, क्यों और कैसे हुआ मदर्स डे मनाने का चलन?
हर साल मई के महीने में दूसरे रविवार को Mother’s Day मनाया जाता है. जैसा की आप सभी जानते है की अप्रैल का महीना खत्म होने वाला है,

हर साल मई के महीने में दूसरे रविवार को Mother’s Day मनाया जाता है. जैसा की आप सभी जानते है की अप्रैल का महीना खत्म होने वाला है, ऐसे में अधिकतर लोगों को इस साल में आने वाले मदर्स डे का बेसब्री से इंतजार है. बता दें, इस साल मदर्स डे 14 मई को है. यह दिन मां के लिए होता है. एक मां अपने बच्चों की परवरिश करके उसमें अच्छे संस्कार पिरोने का काम करती है, उसके आने वाले भविष्य के लिए दिन-रात एक करके मेहनत करती है.
मां के दिए हुए त्याग को सम्मान देने के लिए हर साल मदर्स डे को मनाया जाता है. इस दिन को मां के लिए बेहद खास बनाने के लिए बच्चे बेहद तैयारियां करने में लग जाते है. मदर्स डे को मनाने की शुरुआत कैसे हुई और ये मई में ही क्यों मनाया जाता है?
कैसे हुई मदर्स डे को मनाने की शुरुआत
मदर्स डे को मनाने की शुरुआत अमेरिका से हुई थी. एना जॉर्विस नाम की एक अमेरिकन महिला अपनी मां से बहुत ज्यादा प्यार करती थीं. मां का ध्यान देने के लिए उन्होंने कभी शादी नहीं की थी. पर जब उनकी मां की मौत हो गई तो एना मां को बहुत ज्यादा याद करती थीं.
एना ये अक्सर सोचती थीं कि मां अपने बच्चों के लिए हमेशा कितना कुछ करती है, लेकिन उसके त्याग और समर्पण की बात तक नहीं की जाती. ऐसे में कोई एक दिन तो इस प्रकार का होना चाहिए जिस दिन बच्चे अपनी मां के बिना स्वार्थ के प्रेम, त्याग और समर्पण के लिए उन्हें शुक्रिया कहें. एना की मां की मौत मई में हुई थी, इसलिए एना ने अपनी मां की पुण्यतिथि के दिन को ही मदर्स डे के रूप पर मनाना शुरू कर दिया.
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