
पिछले महीने ही इंटरनेट पर लाल रंग के चंद्रमा की तस्वीरें छा गई थीं जिसको स्ट्रॉबेरी मून भी कहा जाता है। साथ ही 14 जून को इसी साल सुपरमून देखने को मिला था और यह दोनों चीज़े साथ हुई थी क्योंकि यह पूर्णिमा का चांद था और यह ऐसे समय पर दिखता है जब स्ट्रॉबेरी की फसल तोड़ी जाती है। ऐसे में अगर आपने पिछली बार सुपर मून को देखने से चूक गए हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि आपके लिए ये मौका फिर से आ गया है क्योकि आज एक बार फिर पृथ्वी पर सुपरमून दिखने वाला है।
बता दें कि NASA ने यह ऐलान किया है की आज यानि बुधवार को 2022 का सबसे बड़ा सुपरमून देखने को मिलेगा। सुपरमून अगले 2-3 दिनों तक दिखेगा। अगर बात करे भारत के समय की तो यह सुबह 12:08 AM. पर देखा जा सकता है जिस दौरान पूर्णिमा भी पड़ेगी। हालांकि ये पूर्णिमा नहीं होगी, लेकिन कुछ उसी तरह से दिखाई देगी जिसका सबसे बड़ा कारण चांद का आकार होगा।
क्या है सुपरमून?
सुपरमून एक ऐसी आकाशय घटना है जो पृथ्वी और चाँद के बीच होती है जब चांद पृथ्वी की कक्षा के बहुत नजदीक आ जाता है और इसी वजह से चांद का आकार सामान्य से बड़ा दिखने लगता हैं। इसको परीजी (Perigee) कहा जाता है जो पृथ्वी से बस 357,264 किलोमीटर की दूरी में होता है।
साल में कितने सुपरमून होते हैं?
रिपोर्ट्स के हिसाब से हर साल तीन से चार सुपरमून देखने को मिलते हैं और NASA के मुताबिक सुपर मून और पूर्णिमा एक साथ जल्दी नहीं आती है। अब अगला सबसे बड़ा सुपरमून 3 जुलाई 2023 में दिखाई देगा।
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