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चीन ने श्रीलंका के बहाने भारत पर साधा निशाना, कही ये बात

चीन ने भारत की तरफ निशाना साधते हुए कहा है कि श्रीलंका-चीन के रिश्तों के बीच किसी तीसरे को दखल नहीं देना चाहिए

चीन ने भारत की तरफ निशाना साधते हुए कहा है कि श्रीलंका-चीन के रिश्तों के बीच किसी तीसरे को दखल नहीं देना चाहिए। बता दें कि रविवार के दिन चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे से मुलाकात की.

इस मुलाकात के दौरान उन्होंने भारत पर निशाना साधते हुए यह बात कही. चीनी विदेशी मंत्री मालदीव की यात्रा के बाद रविवार को एक दिन के लिए श्रीलंका पहुंचे थे. 

जानकारी के मुताबिक महिंदा राजपक्षे के साथ अपनी बैठक में कहा की चीन और श्रीलंका के मैत्रीपूर्ण संबंध दोनों देशों के विकास को लाभ पहुंचाते है और मौलिक हितो की रक्षा करते है 

चीन कर्ज के जाल में फ़साने के बीच श्रीलंका में बंदरगाहों और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है और साथ ही अपने और श्रीलंका के बीच के सम्बन्धो को मजबूत करने में लगा हुआ है 

चीन ने कुछ साल पहले ही श्रीलंका के हम्बनटोटा में एक बंदरगाह परियोजना की शुरुआत की थी लेकिन श्रीलंका पर चीन के बढ़ते कर्ज के बीच बंद कर दी गई. 

इस बंदरगाह में चीन की हिस्सेदारी होने से भारत की चिंता बढ़ गई है विश्लेषकों के मुताबिक चीन भारत के दक्षिण में उसके और करीब आ गया है और चीन कोलंबो पोर्ट सिटी के तहत एक नया शहर भी बसा रहा है 

बता दें कि चीन केवल श्रीलंका को ही नहीं बल्कि विश्व के कई और गरीब देशों को भी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में  निवेश कर उन्हें अपने कर्ज के जाल में फ़साना चाहता है 

वांग यी ने श्रीलंका के विदेशी मंत्री जी एल पीरिस के साथ अपनी बातचीत के दौरान हिन्द महासागर के द्वीप देशों के विकास के लिए एक मंच स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है 

चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में वांग यी के हवाले से कहा गया कि चीन का प्रस्थाव है कि तालमेल बनाने और सबके विकास को बढ़ावा देने के लिए जींद महासागर द्वीप देशों के विकास पर एक मंच उचित समय पर बनाना चाहिए।

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Jagjeet Singh

जगजीत सिंह तेज़ तर्रार न्यूज़ चैनल में बतौर कंटेंट राइटर कार्य कर रहे हैं। इन्होंने टेक्निकल, विश्व और एजुकेशन से सम्बंधित लेखो को अपने लेखन में प्रकाशित किया है।

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